नई दिल्ली। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 वीर शहीद होने के बाद ही देशभर में आतंकियों और आतंक की पनाहगार पाकिस्तान के लिए गुस्सा था। आखिर मंगलवार तड़के 3.30 भारतीय वायुसेना मिराज विमानों ने सिर्फ 21 मिनट में पीओके में आतंकी ठिकानों को तबाह कर जैश के 25 टॉप कमांडर और करीब 350 आतंकियों का खात्मा कर दिया। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान इसे लेकर घबरा रहा था कि कहीं भारत हमला न कर दें और इसके लिए वह अलर्ट था, लेकिन पीएम मोदी के 'मास्टर स्ट्रोक' से पाकिस्तान थर्रा गया।
पुलवामा हमले के बाद हर देशवासी पाकिस्तान से बदला लेने की बात कर रहा था और प्रधानमंत्री मोदी भी कह रहे थे कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मीडिया और सोशल मीडिया में ये खबरें आती रही कि मोदी शहीदों के बलिदान के शोक को भूल चुके हैं और रैलियों और उद्घाटन कार्यक्रमों में व्यस्त हो गए हैं लेकिन पूरा देश इस बात से बेखबर था कि पुलवामा हमले के बाद जवाबी हमले का 'ब्लू प्रिंट' तैयार कर लिया गया था।
यह हमला ऐसे समय किया गया, जब पाकिस्तानी सेना अलर्ट पर थी। पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा ने शुक्रवार को पीओके में नियंत्रण रेखा (LOC) का दौरा करने के बाद पाक सेना को तैयार रहने को कहा था, लेकिन भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमान पाकिस्तान के डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर पीओके में सीमा से 80 किलोमीटर अंदर जाकर जैश की ठिकानों को तबाह कर आ गए। पूरी कार्रवाई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के समन्वय में अंजाम दिया गया।
पुलवामा हमले के बाद ही सरकार ने पाकिस्तान को घेरना शुरू कर दिया था। पाकिस्तान से मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा छीनने के बाद पानी रोकने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान में भारतीय वस्तुओं का निर्यात और वहां से आने वाली वस्तुओं पर 200 प्रतिशत कर लगाने से उसकी कमर तोड़ दी थी। इन सबके बाद भी भारतीय सेना पाकिस्तान के आतंकियों से पुलवामा का बदला लेना चाहती थी।
सूत्रों के अनुसार एयर चीफ मार्शल चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धनोआ ने एयर स्ट्राइक का प्लान तैयार किया और मोदी ने इस प्लान को मंजूरी दी। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक की रातभर प्रधानमंत्री मोदी जागते रहे और आधी रात से साऊथ ब्लॉक में बैठकर ऑपरेशन का अपडेट लेते रहे।
सूत्रों के अनुसार तड़के 4 बजे जब 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमान अपने लक्ष्य की सफलता के बाद वापस भारत लौटे। मिशन के कामयाब होने की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को दी गई। फिर मोदी ने सभी पायलटों से करीब 10 से 15 मिनट बात की और उन्हें बधाई देते हुए उनके शौर्य की तारीफ की। मोदी ने पायलटों को बच्चे कहकर संबोधित किया क्योंकि जब तक अभियान पूरा नहीं हुआ था, प्रधानमंत्री को अपने बच्चों के सकुशल वापस लौटने की चिंता सता रही थी।
प्रधानमंत्री ने सुबह 4.45 पर अपने विश्वस्त सहयोगियों को फोन करके अभियान के सफल होने की जानकारी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सुबह 8 बजे CCS की बुलाई। इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए। मोदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया और पाकिस्तान को यह बता भी दिया कि कोई भारत को छेड़ेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। (वेबदुनिया न्यूज)