नई दिल्ली। एनआईए ने आतंकवादी संगठन आईएस से प्रेरित एक समूह के खिलाफ अपनी जांच के संबंध में गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब में आठ स्थानों पर छापे मारे। ऐसा आरोप है कि यह समूह दिल्ली तथा उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में नेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमले और सिलसिलेवार बम धमाके करने की योजना बना रहा था।
एजेंसी ने पिछले साल 26 दिसंबर से लेकर अब तक इस संबंध में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 12 जनवरी को हापुड़ से मुहम्मद अबसार (24) को गिरफ्तार किया था जिसके पांच दिन बाद ये छापे मारे गए।
एनआईए ने बताया कि वैश्विक आतंकवादी समूह आईएस के मॉड्यूल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ का कथित तौर पर हिस्सा होने के चलते गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ करने पर मिली सूचनाओं के आधार पर छापे मारे गए।
एजेंसी ने पहले बताया था कि उसने स्थानीय रूप से बनाए रॉकेट लॉन्चर, आत्मघाती बेल्टों के सामान और टाइमर के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले 112 अलार्म क्लाक बरामद किए गए। इसके अलावा 25 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री पोटेशियम नाइट्रेट, अमोनियम नाइट्रेट और सल्फर बरामद किया गया।
समूह ने रिमोट संचालित आईईडी बनाने के लिए कथित तौर पर रिमोट से संचालित कारें और वायरलेस डोरबेल खरीदी थीं। इसके अलावा एनआईए ने पहले छापों के दौरान स्टील के कंटेनर, इलेक्ट्रिक तारें, 91 मोबाइल फोन, 134 सिम कार्ड, तीन लैपटॉप, चाकू, तलवार, आईएस से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए।