आज बैंक बंद, एटीएम के बाहर लंबी कतारें

Webdunia
सोमवार, 14 नवंबर 2016 (12:02 IST)
गुरुपर्व के मौके पर देश के अधिकांश हिस्सों में सोमवार को बैंक बंद होने के चलते नकदी के लिए परेशान लोगों की एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। लोग सुबह से ही एटीएम के बाहर पहुंच गए, लेकिन सीमित नकदी के चलते बहुत कम लोगों को ही सफलता मिली है।
देश के कई हिस्सों में एटीएम और बैंकों के बाहर लोगों के बीच हाथापाई और तीखी बहसें होने की भी खबर है। रेस्तरां मालिक, छोटे व्यापारी, ट्रांसपोर्टर इत्यादि की हालत चिंताजनक है क्योंकि उनकी नकदी पर निर्भरता बहुत अधिक है। भारी भीड़ के चलते बैंक भी पूरी तरह सेवाएं देने में असमर्थ हैं।
 
सरकार के निर्देश देने के बाद बैंकों ने दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से प्रबंध करने शुरू कर दिए हैं। लोगों को थोड़ी राहत देते हुए सरकार ने बैंकों से और एटीएम से नकदी निकालने की पाबंदियों में थोड़ी राहत दी है। इसके साथ ही चलन से बाहर हो चुके पुराने नोटों को बदलने की सीमा को भी थोड़ा बढ़ाया गया है।
 
इसके अलावा बाजार में नकदी प्रवाह को बढ़ाने के लिए सरकार ने नई छपाई वाले 500 रुपए के नोटों को भी जारी किया है। इन नोटों की नकल किया जाना बहुत मुश्किल है।
 
गौरतलब है कि मंगलवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के पुराने नोटों के चलन पर पाबंदी की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय द्वारा समीक्षा किए जाने के बाद अब चलन से बाहर हो चुके 500 और 1000 के पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने की सीमा को 4000 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 4500 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। इसके अलावा एटीएम से नकदी निकालने की सीमा को 2000 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

बैकों के सर्वर डाउन होने से UPI Payment में देरी से ग्राहक परेशान, सोशल मीडिया पर शिकायतों का अंबार

पुराने भोपाल से हिंदुओं के पलायन का RSS का दावा सियासत या फिर मजबूरी?

ATM, UPI, GST से लेकर बैंक जमा तक 1 अप्रैल से होंगे 10 बदलाव, आपकी जेब पर क्या होगा असर

राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमला

RAW पर प्रतिबंध की मांग, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, अमेरिकी संस्थान ने उगला जहर तो भारत ने लगाई लताड़

सभी देखें

नवीनतम

क्‍या है सत्‍ता जिहाद जिसे लेकर उद्धव ठाकरे ने साधा पीएम मोदी पर निशाना?

INDIA के घटक दलों के नेताओं ने बिरला से की मुलाकात, उठाया राहुल को बोलने का मौका नहीं मिलने का मुद्दा

ज्योतिरादित्य सिंधिया से क्यों प्रद्युम्न ने लगाई सीमा लांघने की गुहार, भाजपा सरकार पर ही सवालिया निशान?

बिल्ली से डरकर गर्म दूध में गिरी 3 साल की मासूम, मौत

विपक्षी सांसद ने की गडकरी की तारीफ, स्पीकर ने भी ली चुटकी, कोई मार्ग बचा है क्या?

अगला लेख