ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास का निधन, ASI ने चलाई थी गोली

Webdunia
रविवार, 29 जनवरी 2023 (19:59 IST)
भुवनेश्वर। ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास का निधन हो गया। झारसुगुड़ा जिले में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) ने उन्हें गोली मार दी थी। घटना जिले के ब्रजराजनगर शहर में दोपहर करीब 1 बजे के आसपास उस समय हुई, जब दास एक बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे।

ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की रविवार को गोली लगने से मौत हो गई। अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अस्पताल ने एक बयान में कहा, जख्मों का उपचार किया गया और हृदय की गति में सुधार के लिए कदम उठाए गए। गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उनका उपचार किया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने दम तोड़ दिया।

मंत्री को पहले झारसुगुड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बाद में ‘बेहतर इलाज’ के लिए उन्हें हवाई मार्ग से भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल ले जाया गया था। आरोपी एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।

उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच के बाद ही और जानकारियां सामने आ पाएंगी। नब किशोर दास खनन केंद्र झारसुगुड़ा के ताकतवर नेता थे और वर्ष 2019 के चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ बीजद में शामिल हुए थे। माना जाता है कि उनका कारोबारी हित कोयला खनन, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्र में था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या ट्रेन में एक्स्ट्रा लगेज पर लगेगा कोई जुर्माना, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आया बड़ा बयान

इमरान खान को SC से मिली जमानत, जानिए कौनसे हैं वो 8 मामले

GST में 12%, 28% स्लैब को खत्म करने की सिफारिश, जनता को मिलेगा बड़ा तोहफा, सस्ती होंगी चीजें, केंद्र का प्रस्ताव GoM ने स्वीकारा

संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन क्यों मोदी सरकार लाई पीएम-सीएम के 30 दिन जेल में रहने पर कुर्सी जाने वाला विधेयक?

कबूतर को खतरनाक खत के साथ पकड़ा, जम्मू रेलवे स्टेशन उड़ाने की धमकी, सुरक्षा बढ़ाई

सभी देखें

नवीनतम

बिहार में RJD को झटका, PM मोदी की रैली में दिखे राजद के 2 विधायक

नक्सलवाद के समर्थक हैं सुदर्शन रेड्‍डी, अमित शाह का विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर निशाना

भारत की 'मल्टी-अलाइनमेंट' रणनीति कितनी कारगर: रूस, चीन और भारत एक हो गए तो अमेरिका कहां टिकेगा?

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ में जान दांव पर लगाकर ग्रामीणों को बचाने वाले गिरिराज को 12 घंटे में भेंट किया ट्रैक्टर

सुप्रीम कोर्ट ने कुत्ते प्रेमियों से 25 हजार और NGO से क्यों 2 लाख जमा करने को कहा?

अगला लेख