भुवनेश्वर। ओडिशा में भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं जिससे जनजीवन बेहाल हो गया है। ओडिशा आपदा द्रुत कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। विशेष तौर पर जलमग्न इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। सैकड़ों उच्च शक्ति वाले पंपों को पानी निकालने के काम में लगाया गया है।
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण राज्य में भारी बारिश शुरू हो गई है जिससे भुवनेश्वर और कटक समेत राज्य के कई शहरों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है और जनजीवन प्रभावित हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि कटक में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए 200 से अधिक पंप लगाए गए है। जलमग्न क्षेत्रों में 16 हजार लोगों के लिए भोजन भेजा गया है और ओडीआरएएफ की एक टीम को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।
भुवनेश्वर शहर में जलमग्न क्षेत्रों से 341 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। काशीपुर गांव में फंसे 50 लोगों को ओडीआरएएफ की टीम ने सुरक्षित निकाला। प्रशासन ने जलभराव वाले क्षेत्रों में फंसे लोगों को पका हुआ खाना मुहैया कराने का निर्णय लिया है।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 326 पर कई स्थानों पर आवागमन बाधित हो गया है। जलभराव के कारण कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और 3 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों के लिए राज्य सचिवालय में शनिवार को आपात बैठक की। उन्होंने स्थिति की समीक्षा और संबंधित अधिकारियों को हालात पर 24 घंटे नजर रखने का निर्देश दिया। (वार्ता)