Hindenburg controversy: अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने हिंडनबर्ग विवाद पर उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) के फैसले का स्वागत किया है। अडाणी ने बुधवार को शीर्ष अदालत का फैसला आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि 'सचाई की जीत' हुई है और उनका समूह भारत की वृद्धि की कहानी में योगदान देना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि 'सत्यमेव जयते' (Satyamev Jayate)।
जांच का आदेश देने का कोई आधार नहीं : उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए कहा कि अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की विशेष जांच दल (एसआईटी) या केंद्रीय अन्वेषण एजेंसी (सीबीआई) से जांच का आदेश देने का कोई आधार नहीं है। न्यायालय ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अपनी जांच 3 माह में पूरी करे।
अडाणी बोले, सचाई की जीत हुई : अडाणी ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय का फैसला दिखाता है कि सचाई की जीत हुई है। 'सत्यमेव जयते'। उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों का आभारी हूं, जो हमारे साथ खड़े रहे। अडाणी ने कहा कि भारत की वृद्धि की कहानी में हमारा विनम्र योगदान जारी रहेगा। जय हिन्द।
सेबी को दिया जांच का आदेश : मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की 3 न्यायाधीशों की पीठ ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को अपनी लंबित जांच 3 महीने के भीतर पूरी करने के लिए कहा है। इसके साथ ही पीठ ने कहा कि इस मामले में किसी और जांच की जरूरत नहीं है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी समूह पर शेयर मूल्य में हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे। यह रिपोर्ट आने के बाद समूह की कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में भारी गिरावट आई थी। हालांकि समूह ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta