Opposition hits back at PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष पर 'हार की हताशा' और 'ड्रामा' करने का आरोप लगाए जाने के बाद, विपक्षी नेताओं ने तीखे शब्दों में पीएम पलटवार किया है। विरोधियों ने न सिर्फ पीएम मोदी की बयानबाजी की गरिमा पर सवाल उठाए, बल्कि उन्हें ही 'सबसे बड़ा ड्रामा मास्टर' घोषित कर दिया। दरअसल, विपक्ष एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है।
मनोज झा का तीखा सवाल : आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री मोदी के हताशा संबंधी बयान पर सवाल उठाया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर विपक्ष 'हार की हताशा' में है, तो पीएम मोदी स्वयं किस 'हताशा' में हैं? झा ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई कि मोदी के चुनावी भाषण 'मौलिक मुद्दों' से हटकर कट्टा, भैंस और मुजरा जैसी बातों पर सिमट गए। उन्होंने पूछा कि क्या यह एक प्रधानमंत्री की गरिमा है?
प्रियंका ने दिया 'ड्रामा' पर जवाब : केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका वाड्रा ने पीएम मोदी के 'ड्रामा' वाले बयान को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता के गंभीर मसले, चुनाव की स्थिति, एसआईआर (SIR) और प्रदूषण (Pollution) उठाना किसी भी मायने में ड्रामा नहीं है। प्रियंका ने कटाक्ष करते हुए कहा कि असली ड्रामा तो वह है जब इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा ही नहीं करने दी जाती।
रेणुका चौधरी ने भी साधा निशाना : कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने पीएम मोदी को 'ड्रामा मास्टर' बताते हुए सबसे तीखा हमला बोला। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि विपक्ष को पीएम मोदी से सीखना पड़ेगा कि 'कैमरे का ऐंगल बदलकर और कपड़े बदलकर' ड्रामा कैसे किया जाता है, क्योंकि यह कला विपक्ष को नहीं आती। चौधरी यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि विश्व गुरु अब मानसिक गुरु भी बन गए हैं।
विपक्षी नेताओं ने घोषणा की है कि वे किसी भी तरह की 'हताशा' में नहीं हैं और संसद में SIR का मसला पुरजोर तरीके से उठाएंगे। रेणुका चौधरी के साथ ही, सपा सांसद रामगोपाल यादव और अवधेश कुमार ने भी ऐलान किया है कि जब तक SIR के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो जाती, वे किसी और मसले पर बात नहीं करेंगे, जिससे संसद में गतिरोध के संकेत मिल रहे हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala