दहशत के माहौल में हजारों का पलायन, लाखों ने बोरिया बिस्तर बांधा

सुरेश डुग्गर
शनिवार, 1 अक्टूबर 2016 (10:09 IST)
श्रीनगर। पाकिस्तानी सेना ने सिर्फ अखनूर सेक्टर में ही नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर से सटी सारी अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर अपनी सेना का जमावड़ा बढ़ाया है। जहां उसने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चिकन नेक और सांबा क्षेत्र में टैंक डिवीजनों को तैनात किया है वहीं एलओसी के क्षेत्रों में उसने अपने तोपखानों को तैनात कर दिया है। इसकी पुष्टि उन सेनाधिकारियों ने भी की है जो इन इलाकों में हो रही गतिविधियों पर पिछले कई दिनों से नजर रखे हुए हैं।
 
रक्षा सूत्रों द्वारा मुहैया करवाई जाने वाली जानकारी के अनुसार, जम्मू सीमा के अखनूर सेक्टर के सामने  वाले क्षेत्रों में विशेषकर चिकन नेक क्षेत्र में, पाक सेना ने एक टैंक डिवीजन को तैनात किया है। जबकि अखनूर से पंजाब की ओर बढ़ने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जहां उसके पैदल दस्तों के सैनिक तैनात हैं वहीं सांबा में बसंतर दरिया के किनारे भी वह टैंकों की दो रेजिमेंटों को तैनात कर चुका है।
 
ऐसी जानकारी की पुष्टि सेनाधिकारी कर रहे हैं। वे कहते हैं कि सारी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक सेना के जवान तैनात किए जा चुके हैं और भारी सैनिक साजो सामान भी पाक सेना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ले आई है। हालांकि वे यह भी रहस्योदघाटन करते हैं कि पाक सेना अग्रिम मोर्चों से भारतीय ठिकानों पर भारी गोलीबारी कर रही है।
 
इस बीच रक्षा सूत्रों के अनुसार, एलओसी के पार भी पाक सेना का जमावड़ा बढ़ा है। वे कहते हैं कि एलओसी के पार पाक सेना ने तोपखानों को तैनात किया है। रक्षाधिकारियों ने बताया कि अखनूर के भूरे चक गांव से आरंभ होकर करगिल के तुर्तुक तक जाने वाली एलओसी के सेक्टरों क सामने वाले पाक कब्जे वाले कश्मीर में पाक सेना की भारी हलचल हो रही है।
 
अधिकारियों ने बताया कि पाक सेना नई हवाई पट्टियां तथा बंकर और खंदकें भी बना रही है जो यह संकेत देते हैं कि पाक सेना के इरादे अच्छे नहीं हैं। हालांकि सबसे अधिक हलचल पुंछ सेक्टर तथा साथ ही लगते हाजी पीर सेक्टर में है जहां पाक सेना गोलों की बरसात पिछले चार दिनों से लगातार कर रही है।
 
रक्षाधिकारी कहते हैं कि पाक सेना के इरादों तथा तैयारियों के मद्देनजर भारतीय पक्ष को भी तैयारियां करनी पड़ रही हैं। पाक सेना की तैयारियों को आक्रामक तथा हमलावर के रूप में लेते हुए भारतीय सेना का कहना है कि वे भी इस बार रक्षात्मक नहं बल्कि आक्रामक तैयारियों में जुटे हुए हैं जिसके अंतर्गत ठीक उसी प्रकार के प्रबंध अब एलओसी तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा के क्षेत्रों में किए जा रहे हैं जो पाक हमले का मुहंतोड़ उत्तर देने के लिए ठीक होते हैं।
 
सीमाओं पर बनी हुई इस स्थिति का परिणाम भी सामने है। हजारों लोगों ने पलायन कर लिया है और लाखों लोगों ने अपना बोरिया बिस्तर बांध लिया है। वे दहशत भरे माहौल में रहने को तैयार नहीं हैं क्योंकि वे जानते हैं कि दोनों ओर हो रही सैनिक तैयारियां युद्ध में बदल सकती हैं और इससे पहले कि उन्हें युद्ध की तपन को महसूस करना पड़े वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना चाहते हैं।
 
आधिकारिक तौर पर इसे माना गया है कि एलओसी तथा सीमा के उन बीसियों छोटे छोटे सेक्टरों से हजारों लोगों ने पलायन भी किया है जहां पाक सेना की गोलीबारी तथा गोलाबारी में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे पलायन के प्रति सेना कुछ अधिक नहीं कहती है सिवाय इसके कि यह अब सीमा क्षेत्रों में रूटीन हो गया है। आधिकारिक संख्या के मुताबिक, पलायन करने वालों का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है।
 
सैनिक सूत्रों के अनुसार, सेना ने भी आप उन गांवों को खाली करवाया है जो पाक हमले की सूरत में पाक सेना को जवाब देने में बाधा बन सकते हैं। ऐसे खाली करवाए गए गांवों में पुंछ, राजौरी के सेक्टरों के अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय सीमा के कुछ गांव भी शामिल हैं जो अखनूर सेक्टर में चिकन नेक में स्थित हैं। 
Show comments

जरूर पढ़ें

Rahul Gandhi : लोकसभा में राहुल गांधी होंगे विपक्ष के नेता, विपक्षी नेताओं की बैठक में फैसला

MP: मोहन सरकार का अहम फैसला, अब मंत्री स्वयं अदा करेंगे अपना आयकर सरकार नहीं

इंदौर-भोपाल, नागपुर, जयपुर से लेकर देशभर के शहरों में क्‍यों शटडाउन हो रहे FIIT JEE सेंटर्स, क्‍या है स्‍कैम?

काम आया पाई-पाई बचाया पैसा, 46 साल के भारतीय इलेक्ट्रिशियन ने निवेश में जीते 2 करोड़ रुपए, जानिए कैसे

राहुल ने संविधान हाथ में लेकर शपथ ली, ओवैसी बोले जय फिलीस्तीन

सभी देखें

नवीनतम

live : किरेन रिजीजू की विपक्ष से अपील, सर्वसम्मति से हो स्पीकर का फैसला

टैक्स से गुस्साई भीड़ केन्या की संसद में घुसी, भारतीयों के लिए एडवाइजरी

केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ीं, फिर हो सकते हैं गिरफ्तार

Weather Updates: उत्तर भारत में शीघ्र ही होगी मानसून की एंट्री, भीषण गर्मी से मिलेगी निजात

जल संकट को लेकर मूडीज की चेतावनी, भारत की साख के लिए बताया खतरा

अगला लेख