नकद लेनदेन की सीमा 10 हजार रुपए तय करने को लेकर याचिका

Webdunia
गुरुवार, 25 जुलाई 2019 (17:21 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय में गुरुवार को एक जनहित याचिका दायर कर केंद्र और आप सरकार को नकद लेनदेन की सीमा 10 हजार रुपए तय करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया कि इस कदम से अवैध गतिविधियों जैसे आतंकवाद, भ्रष्टाचार और कालेधन के इस्तेमाल पर लगाम लगेगी।

भाजपा नेता और वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय द्वारा दायर याचिका में दावा किया गया कि उच्च मूल्य वर्ग की मुद्रा का इस्तेमाल आतंकवाद, नक्सलवाद, अलगाववाद, कट्टरपंथ, तस्करी, धनशोधन, अपहरण, रंगदारी और रिश्वत जैसी अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है।

उपाध्याय ने दलील दी कि नकद लेनदेन की सीमा तय होने से कालाधन रखने वाले अपनी अघोषित चल और अचल संपत्ति की घोषणा करने के लिए बाध्य होंगे। याचिका में कहा गया कि इसलिए दीर्घावधि में यह कालेधन पर रोक लगाने में मददगार साबित होगी।

इसमें कहा गया कि इससे लोग बैंकों में अपनी नकदी रखेंगे जिससे सरकार का राजस्व बढ़ेगा। याचिका में कहा गया कि इस तरह से हुए राजस्व लाभ का इस्तेमाल सरकार समाज की बेहतरी और लोगों को अच्छा आधारभूत ढांचा और सुविधाएं उपलब्ध कराने में कर सकती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

जनगणना कार्यक्रम को लेकर BJP ने विपक्ष पर किया पलटवार, झूठ की राजनीति करने का लगाया आरोप

RSS प्रमुख भागवत बोले- राजनीतिक वर्ग के बीच आपसी समझ बनी रहनी चाहिए

मेरे बिना नहीं जीत पाते राष्ट्रपति का चुनाव, एलन मस्क का डोनाल्ड ट्रंप पर पलटवार

क्‍या व्लादिमीर पुतिन की सख्ती के सामने हार गए डोनाल्ड ट्रंप, बोले- यूक्रेन और रूस को कुछ समय तक लड़ने देना बेहतर होगा

Bengaluru Stampede : CM सिद्धारमैया ने पुलिस को माना बेंगलुरु भगदड़ का जिम्मेदार, इंस्पेक्टर से लेकर कमिश्नर तक के अधिकारी सस्पेंड

अगला लेख