विकास दुबे की हत्या से कुछ घंटों पहले ही कोर्ट में दायर की गई थी याचिका

Webdunia
शुक्रवार, 10 जुलाई 2020 (14:46 IST)
नई दिल्ली। कुख्यात अपराधी विकास दुबे के शुक्रवार को कानपुर के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने से कुछ घंटे पहले उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर उत्तरप्रदेश सरकार और पुलिस को उसकी जान की हिफाजत करने का निर्देश देने की मांग की गई थी, साथ ही यह सुनिश्चित करने की भी मांग की गई थी कि वह पुलिस के हाथों न मारा जाए।
ALSO READ: विकास दुबे एनकाउंटर Live Updates : SSP बोले- पिस्तौल छीनकर भाग रहा था विकास, STF पर थी चलाई गोली
याचिका में यह मांग भी की गई थी कि पिछले सप्ताह 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में कथित तौर पर दुबे के साथ शामिल रहे 5 सहआरोपियों की मुठभेड़ में मारे जाने के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की जाए और शीर्ष अदालत की निगरानी में सीबीआई से जांच कराई जाए।
 
कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में 3 जुलाई को देर रात में बदमाशों पर दबिश देने गए पुलिस दल पर अपराधियों ने हमला कर दिया था जिसमें पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे।
ALSO READ: Vikas Dubey Encounter: गैंगस्टर विकास दुबे के कफन में जाने के साथ ही कई राज भी दफन, एनकाउंटर पर भी उठे सवाल?
पुलिस के मुताबिक दुबे शुक्रवार सुबह उस समय मुठभेड़ में मारा गया, जब उज्जैन से उसे लेकर कानपुर आ रही पुलिस की एक गाड़ी भऊती इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसने मौके से भाग जाने की कोशिश की। कानपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि दुर्घटना में नवाबगंज थाने के एक निरीक्षक समेत 4 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
 
दुबे को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दुबे कानपुर कांड का मुख्य आरोपी था। दुबे से पहले उसके 5 कथित सहयोगी पुलिस के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए।
ALSO READ: गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर की कहानी, कानपुर ADG की जुबानी
वकील घनश्याम उपाध्याय की ओर से शीर्ष अदालत में दाखिल याचिका में मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि पुलिस द्वारा इन 5 सहआरोपियों की मुठभेड़ में हत्या न केवल अत्यंत गैरकानूनी और अमानवीय है बल्कि अदालत की अंतरात्मा को भी झकझोरने वाली है और यह देश का तालिबानीकरण है जिसको बिलकुल स्वीकार नहीं किया जा सकता।
 
उपाध्याय ने बताया कि मैंने देर रात 2 बजे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से याचिका दाखिल की थी। याचिका में दुबे के घर, वाहनों और अन्य संपत्तियों को ढहाने और तोड़ने के संबंध में भी प्राथमिकी दर्ज करने का उत्तरप्रदेश सरकार और पुलिस को निर्देश देने की मांग की गई थी। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं पर यह क्या कह दिया, मच गया बवाल?

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

गुजरात में रफ्तार का कहर, हिट एंड रन मामले में 2 की मौत

लोकसभा में खत्म गतिरोध, अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

Rajasthan : डेढ़ साल के बच्‍चे को बोरवेल में फेंका, आरोपी पिता गिरफ्तार

सभी देखें

नवीनतम

मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर बड़ा हादसा, ट्रेलर ने गाड़ियों को मारी टक्कर, 1 की मौत, 25 घायल, लगा लंबा जाम

हम बर्बाद हो गए, आपको जरा भी परवाह नहीं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पवार ने ऐसा क्यों बोला

झालावाड़ स्कूल हादसा : बिलखते हुए मां बोली- हादसे में मेरे दोनों बच्‍चे चले गए, घर सूना हो गया...

झारखंड में मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लीनिक, हेमंत कैबिनेट में 21 प्रस्ताव मंजूर

भोपाल ड्रग्स केस में भाजपा नेता सारिक मछली पर कसेगा शिकंजा, लड़की ने लगाए गंभीर आरोप

अगला लेख