अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ता हुआ कच्चा तेल, फिर घटे पेट्रोल-डीजल के दाम

Webdunia
सोमवार, 31 दिसंबर 2018 (11:24 IST)
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के परिणामस्वरूप घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दामों के गिरावट का सिलसिला जारी है। देश के चार बड़े महानगरों में सोमवार को पेट्रोल की कीमत लगातार पांचवें दिन घटती हुई एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई। डीजल नौ माह से अधिक के न्यूनतम स्तर पर आ गया।


राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 20 पैसे घटकर 2018 के निचले स्तर 68.84 रुपए प्रति लीटर रह गया। डीजल 23 पैसे की कमी से 62.86 रुपए प्रति लीटर रह गया। डीजल का दाम इस वर्ष 21 मार्च के बाद का न्यूनतम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के चलते 4 अक्टूबर को पेट्रोल दिल्ली में 84 रुपए और 17 अक्टूबर को डीजल 75.69 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे।

वाणिज्यिक नगरी मुंबई में पेट्रोल सोमवार को 74.47 रुपए प्रति लीटर रहा। 4 अक्टूबर के रिकॉर्ड भाव 91.34 रुपए की तुलना में मुंबई में पेट्रोल 16.87 रुपए प्रति लीटर घट चुका है। यहां डीजल 65.76 रुपए प्रति लीटर रहा जो 4 अक्टूबर के रिकॉर्ड भाव से 11.54 रुपए प्रति लीटर कम है।

कोलकाता में दोनों ईंधन के दाम क्रमशः 70.96 रुपए और 64.61 रुपए प्रति लीटर रह गए। चेन्नई में यह क्रमशः 71.41 रुपए और 66.35 रुपए रहे। नोएडा में क्रमशः 69.11 और 62.51 रुपए और गुरुग्राम में 69.87 और 62.86 रुपए प्रति लीटर रहे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

जिंदगी पर भारी पड़ा रील का नशा, गिरने से 'यमराज' की मौत

कठुआ ऑपरेशन में कुल 9 की मौत, इनमें 5 आतंकवादी और 4 जवान

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, रूसी सशस्त्र बलों में सेवारत 18 में से 16 भारतीय लापता

चीख-पुकार, हिलती इमारतें, धुल का गुबार, हजारों के मरने की आशंका, भूकंप से तबाही की आंखों देखी

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में 1.50 लाख अवमानना ​​मामले लंबित, सरकार ने संसद में दी जानकारी

अगला लेख