नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मुम्बई में सोमवार को पेट्रोल की कीमत 15 पैसे और बढ़कर 86 रुपए प्रति लीटर को पार कर गई। डीजल की कीमतें 11 पैसे इजाफे से 73.64 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद फिलहाल कम है, लेकिन सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल 32 प्रतिशत तक सस्ता हो सकता है, इसका सिर्फ एक ही तरीका है कि मौजूदा सभी टैक्सों को खत्म करते हुए पेट्रोल-डीजल व अन्य पेट्रोलियम पदार्थों को गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी के दायरे में लाया जाए।
ऐसे सस्ता हो सकता है पेट्रोल और डीजल : पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद फिलहाल कम है, लेकिन सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल 32 प्रतिशत तक सस्ता हो सकता है, इसका सिर्फ एक ही तरीका है कि मौजूदा सभी टैक्सों को खत्म करते हुए पेट्रोल-डीजल व अन्य पेट्रोलियम पदार्थों को गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी के दायरे में लाया जाए। पिछले 15 दिन से दोनों ईंधन में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। इस दौरान पेट्रोल की कीमत 3.64 रुपए और डीजल की 3.24 रुपए बढ़ चुकी है।
90 डॉलर जा सकता है क्रूड : मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, क्रूड ऑइल की कीमतों में उछाल अगले दो साल तक जारी रह सकता है। ऐसे में 2020 तक यह 90 डॉलर प्रति बैरल का स्तर छू सकता है। गौरतलब है कि अक्टूबर 2014 में कच्चे तेल के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचे थे। क्रूड के दाम में उछाल आने से घरेलू मार्केट में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी जारी रहेगी।