नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यास चक्रवात से हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लेने के लिए कल ओडिशा और बंगाल जाएंगे। वे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वे एक समीक्षा बैठक में शामिल होंगे।
इसके बाद वे ओडिशा के बालासोर, भद्रक और बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में यास से हुए नुकसान का हवाई सर्वे करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल में भी समीक्षा बैठक में शामिल होंगे।
इस मीटिंग में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रह सकती हैं। आज पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा के लिए एक बैठक की।
अधिकारियों ने तैयारियों के विभिन्न पहलुओं, नुकसान के आंकलन और संबंधित मामलों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास ने बुधवार को ओडिसा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में जमकर तबाही मचाई।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के कई इलाकों में आज भी इसका असर देखने को मिला। झारखंड में तेज बारिश हुई। सुंदरगढ़, देवगढ़, केंदुझार, झारसुगुड़ा और संबलपुर में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। भद्रक ज़िले के बासुदेवपुर में चक्रवात यास की वजह से रिहायशी इलाकों में पानी घुसा। ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान से प्रभावित हुए क्षेत्रों का हवाई दौरा किया।
झारखंड में तांडव जारी : चक्रवाती तूफान यास (Cyclone yaas) की वजह से रांची में हो रही भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। बुधवार से यहां लगातार बारिश हो रही है। बारिश के चलते यहां कई स्थानों पर रास्ते जाम हो गए। राज्य के दूसरे हिस्सों में भी बारिश का दौर जारी है। कई स्थानों पर लोगों के घरों में पानी भर गया है।
जानकारी के मुताबिक वर्षाजन्य हादसों में राज्य में 4 लोगों की मौत हो गई। राज्य में कई स्थानों पर पेड़ गिर गए, कई जगह खंभे उखड़ गए। 'यास' बुधवार रात 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं और भारी बारिश के साथ राज्य में प्रवेश कर गया है।