ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम-नरेन्द्र मोदी

Webdunia
सोमवार, 7 सितम्बर 2020 (12:11 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने नई शिक्षा नीति (news education policy) के संबंध में सोमवार को कहा कि भारत अध्ययन का प्राचीन केंद्र रहा है, हम 21वीं सदी में इसे ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था का केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति, सरकार की शिक्षा नीति नहीं है, ये देश की शिक्षा नीति है, जैसे विदेश नीति देश की नीति होती है, रक्षा नीति देश की नीति होती है, वैसे ही शिक्षा नीति भी देश की ही नीति है।
ALSO READ: New Education Policy 2020: नई शिक्षा नीति 2020 की 10 बड़ी बातें जो हर कोई जानना चाहता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के भारत में परिसर खोलने का मार्ग प्रशस्त करती है। इससे आम परिवारों के युवा भी बड़े संस्थानों में प्रवेश ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अध्ययन के बजाय सीखने पर अधिक ध्यान है और यह पाठ्यक्रम से परे गहन चिंतन पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति से जितने शिक्षक, अभिभावक और छात्र जुड़े होंगे, उतनी ही उसकी प्रासंगिकता और व्यापकता बढ़ती है। उल्लेखनीय है कि हाल में केन्द्र सरकार ने देश की नई शिक्षा नीति पेश की है, जिससे आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में कई परिवर्तन देखने को मिलेंगे। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हाइवे पर सेक्‍स कांड के बाद अंडरग्राउंड हुए BJP के धाकड़ नेता

‍किसने बनाया था ऑपरेशन सिंदूर का Logo, दो सैन्यकर्मियों के नाम आए सामने

Jyoti Malhotra Effect, पूर्वी रेलवे ने स्टेशनों के फोटो, वीडियो बनाने पर लगाई रोक

कौन हैं एरोल मस्क, जो अयोध्या में करेंगे रामलला के दर्शन, क्या है एलन मस्क से संबंध?

नारायण राणे की उद्धव ठाकरे को चेतावनी, ...तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम

सभी देखें

नवीनतम

शशि थरूर के बयान पर क्‍यों भड़के कांग्रेस नेता उदित राज, बोले- भाजपा का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर देना चाहिए

Apple और Samsung को डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी, टैरिफ की धमकी के बाद क्या भारत में निर्माण बंद करेंगी कंपनियां

NXTPAPER डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन भारत में पहली बार लॉन्च, जानिए क्या है यह टेक्नोलॉजी

बेटियां बहुत बचा लीं, अब बेटों को भी बचा लो, ये लिखकर प्रेमी ने की आत्‍महत्‍या

देहरादून में आयोजित अहिल्या स्मृति मैराथन एक विरासत, एक संकल्प

अगला लेख