Modi Government Big Decision : मोदी सरकार ने नए प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदलकर सेवातीर्थ करने का एलान किया है। इसी के साथ केंद्रीय सचिवालय और राजभवनों के नाम भी बदल दिया गया है।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत निर्मित यह परिसर जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया कार्यालय होगा। पीएमओ जल्द ही साउथ ब्लॉक के अपने पुराने दफ्तर से निकलकर नए सेवा तीर्थ 1 परिसर में शिफ्ट हो जाएगा। सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सचिवालय और सेवा तीर्थ-3 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का दफ्तर होगा। यहां सेवा भावना ही सर्वोपरि होगी और राष्ट्रीय स्तर की प्राथमिकताएं आकार लेंगी। पहले इस जगह को एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव नाम दिया गया था।
केंद्र सरकार ने देश में राज भवनों का नाम बदल कर लोक भवन करने का भी एलान किया है। इसके पहले दिल्ली में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया था। वहीं प्रधानमंत्री आवास अब लोक कल्याण मार्ग कहलाता है।
राज्यों के गवर्नर और केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर के मुख्यसचिव या सचिव को लिखे एक पत्र में गृह मंत्रालय ने पिछले साल हुई राज्यपालों की कॉन्फ्रेंस में दिए गए सुझाव का जिक्र किया है। जिसमें राजभवन का नाम बदलकर लोकभवन कर दिया जाए क्योंकि राजभवन शब्द से कॉलोनियलिज़्म को दर्शाता है। गृह मंत्रालय के निर्देश में कहा गया है, इसलिए यह गुजारिश की जाती है कि सभी आधिकारिक कामों के लिए राज्यपाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर के कार्यालयों का नाम लोकभवन और लोक निवास रखा जा सके।
सेवा, कर्तव्य और पारदर्शिता को शासन का आधार बनाने के प्रयासों के तहत राज्यों में राज्यपालों के आवास के नाम राजभवन से बदलकर लोकभवन किया जा रहा है। तेलंगाना, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम, जम्मू कश्मीर और तमिलनाडु समेत कई राज्यों में राजभवन का नाम बदल दिया गया है।
edited by : Nrapendra Gupta