लखनऊ। उत्तर प्रदेश TET (शिक्षक पात्रता परीक्षा) का प्रश्न पत्र रविवार को लीक होने और राज्य सरकार द्वारा इसे रद्दे किए जाने पर उत्तरप्रदेश की सियासत गरमा गई है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बताया है।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश की योगी सरकार पेपर लीक कराने वालों के खिलाफ रासुका लगाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें समाचार मिला कि उप्र टीईटी की आज परीक्षा थी और एक गिरोह ने कहीं से पेपर लीक कर लिया। हमने पूरी परीक्षा निरस्त करने और पूरे गिरोह को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टीईटी का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया।
उन्होंने कहा कि हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है।
सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'यूपी टीईटी 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना, बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है।'
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों का इंकलाब होगा, 2022 में बदलाव होगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली यूपी टीईटी प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई और पुलिस ने इस मामले में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के 26 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। यह परीक्षा राज्य के सभी 75 जिलों के 2,736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी और इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।