नई दिल्ली। मौसम में बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। उत्तरप्रदेश और राजस्थान में न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज हुई है जिससे इन सभी क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप खत्म हो गया तो वहीं दूसरी ओर गुलमर्ग में 14 मिमी वर्षा और बर्फबारी हुई है। उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर और उसके आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। मध्य पाकिस्तान और आसपास के हिस्सों पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र इस समय उत्तरी राजस्थान और इससे सटे क्षेत्रों के ऊपर हवाओं में है।
स्काईमेट से प्राप्त समाचार के अनुसार विपरीत चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ तथा इससे सटे झारखंड और आसपास के हिस्सों पर दिखाई दे रहा है। इस बीच एक ट्रफ रेखा पूर्वी राजस्थान से गुजरात होते हुए अरब सागर के उत्तर-पूर्वी हिस्सों तक सक्रिय हो गई है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश तथा इससे सटे भागों के ऊपर बना हुआ है।
बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिली हैं। 2 फरवरी की सुबह 8.30 बजे से 3 फरवरी की सुबह 8.30 बजे के बीच 24 घंटों की अवधि में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में 14 मिलीमीटर की वर्षा और बर्फबारी हुई। इसी दौरान तमिलनाडु के तिरुत्तनी में 4 मिलीमीटर और पंबन में 2 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। पंजाब के अमृतसर में 2 मिलीमीटर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 1 मिलीमीटर और काजीगुंड में शून्य दशमलव 2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
हवाओं का रुख बदलने से बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और राजस्थान में न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई, जिससे इन सभी क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप खत्म हो गया।