नई दिल्ली। देश भर में कोयले की कमी को लेकर मची अफरा-तफरी के बीच ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि बिजली कंपनियां और राज्य सरकारें जबरदस्ती लोगों में दहशत फैला रही है। उन्होंने कहा कि कंपनियों का ये व्यवहार गैर-जिम्मेदाराना है। आरके सिंह ने गेल और टाटा पावर को गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के खिलाफ चेतावनी दी।
आरके सिंह ने कहा कि शनिवार शाम को मुझे दिल्ली के एलजी का फोन आया। उन्होंने मुझे बताया कि दिल्ली के सीएम ने बिजली संकट को लेकर उन्हें पत्र लिखा है। दिल्ली में बिजली आपूर्ति मांग के मुताबिक है और भविष्य में भी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि गेल ने दिल्ली डिस्कॉम को एक मैसेज भेजा। इसमें उन्होंने लिखा कि वे अनुबंध समाप्त होने के कारण आपूर्ति बंद करने जा रहे हैं। मैंने निर्देश दिया है कि आपूर्ति किसी भी हाल में बंद नहीं होनी चाहिए। कहीं कोई संकट नहीं है। यह एक अनावश्यक संकट है।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य में कोयले की आपूर्ति सामान्य कराने और प्रदेश को अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। पंजाब और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी केंद्र से कोयले की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से दावा किया जा रहा है कि कोयले की कमी के चलते कई राज्यों में ब्लैक आउट की नौबत आ सकती है। कहा जा रहा है कि देश में सिर्फ 4-5 दिन का कोयला बचा है। पावर प्लांट्स को जरूरत के मुताबिक कोयला नहीं मिल रहा है।