विकसित देश वित्तीय सहयोग बढ़ाएं : भारत

Webdunia
शुक्रवार, 11 दिसंबर 2015 (08:28 IST)
पेरिस। भारत ने गुरुवार को इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को औद्योगीकरण युग से पूर्व के तापमान स्तर के 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर लाने के लक्ष्य के लिए जरूरी है कि विकसित देश ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन ‘व्यापक रूप से’ घटाएं और विकासशील देशों को वित्तीय मदद को बढ़ाया जाए।
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘तापमान से संबंधित दीर्घकालीन लक्ष्य को लेकर हम जलवायु संबंधी उंची महत्वाकांक्षा के लिए मांगों को लेकर संवेदनशील हैं। मैं 1.5 डिग्री सेल्सियस से संबधित मांग को पूरी तरह समझता हूं क्योंकि भारत में भी 1300 से अधिक द्वीप हैं।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘बहरहाल, 1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य के लिए जरूरी होगा कि विकसित देश के अपने यहां उत्सर्जन को व्यापक रूप से कम करें और विकासशील देशों को अपना वित्तीय सहयोग व्यापक रूप से बढ़ाएं। लेकिन यह नहीं हो रहा है।’ जलवायु परिवर्तन की वार्ता के क्रम में बुधवार को जो एक नया और छोटा मसौदा पेश किया गया उसमें वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को को 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर लाने के लक्ष्य के उल्लेख किया गया।
 
बेसिक देशों ने इस मांग को स्वीकारने का विकल्प खुला रखा है और यह भी कहा कि वे इस पर जल्द सहमति तक पहुंचने की उम्मीद के साथ चर्चा कर रहे हैं। (भाषा)

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?