राजनीति के PK आज पटना में करेंगे बड़ा ऐलान, राजनीतिक गलियारों में लग रहे हैं ये कयास

Prashant Kishore
Webdunia
मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020 (08:40 IST)
2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी को राजनीति के शीर्ष फलक पर पहुंचाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके आज पटना में अपनी आगामी योजना का ऐलान करेंगे।
 
30 जनवरी को जदयू से निकाले जाने के बाद प्रशांत पहली बार पटना आ रहे हैं। प्रशांत किशोर को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई कयास लग रहे हैं।
 
हालांकि प्रशांत किशोर ने स्पष्ट संकेत दिया है कि न वे राज्यसभा जाना चाहते हैं और न ही लोकसभा। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत किशोर बिहार चुनाव में आम आदमी पार्टी का चेहरा बन सकते हैं।
 
प्रशांत यह भी खुलासा कर सकते हैं कि वे जद यू में क्यों शामिल हुए थे। ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रशांत किशोर 2021 के विधानसभा चुनावों के पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
 
पश्चिम बंगाल में मिलेगी जेड प्लस सुरक्षा : पश्चिम बंगाल में सोमवार को राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगने लगीं कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को राज्य पुलिस से ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिल सकती है।
 
बहरहाल, राज्य सचिवालय और तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इस पर चुप्पी साध रखी है। किशोर से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 
 
घटनाक्रम पर माकपा विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने पूछा कि राज्य सरकार के खर्चे पर किशोर को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी जा रही है, जबकि पश्चिम बंगाल के जनजीवन से उनका कोई संबंध ही नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

जिंदगी पर भारी पड़ा रील का नशा, गिरने से 'यमराज' की मौत

कठुआ ऑपरेशन में कुल 9 की मौत, इनमें 5 आतंकवादी और 4 जवान

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, रूसी सशस्त्र बलों में सेवारत 18 में से 16 भारतीय लापता

चीख-पुकार, हिलती इमारतें, धुल का गुबार, हजारों के मरने की आशंका, भूकंप से तबाही की आंखों देखी

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में 1.50 लाख अवमानना ​​मामले लंबित, सरकार ने संसद में दी जानकारी

अगला लेख