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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

हमें फॉलो करें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
, सोमवार, 7 जून 2021 (17:16 IST)
नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9वीं बार सोमवार को देश को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि... 

-कोरोना नियमों का पालन करेंगे। हमें विश्वास है भारत कोरोना से जंग जीतेगा। 

05:31 PM, 7th Jun
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-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को दिवाली तक आगे बढ़ाया जाएगा। इस योजना में गरीबों को निर्धारित मात्रा में अन्न उपलब्ध होगा। 
-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ लोगों के लिए  पिछली बार भी राशन की व्यवस्था सरकार ने की थी। 
-वैक्सीनेशन की शुरुआत में कुछ लोगों ने भ्रम फैलाया, जिसके चलते लोगों के मन में भी वैक्सीनेशन को शंका हुई।
-वैक्सीन नहीं लगवाने के लिए भांति-भाति के तर्क प्रचारित किए गए। 
-वैक्सीन को लेकर जो लोग अफवाह फैला रहे हैं, वे भोले भाले लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। 

05:28 PM, 7th Jun
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-21 जून से केन्द्र सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन देगी। 
-प्राइवेट अस्पतालों को मिलेगी 25 प्रतिशत वैक्सीन।
-प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन की कीमत से 150 रुपए अतिरिक्त ले सकेंगे। 
-देश में सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी। 

05:24 PM, 7th Jun
-बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी ट्रायल चल रहा है। 
-वैक्सीनेशन में केन्द्र की भूमिका पर सवाल उठाए गए। 
-वैक्सीनेशन को लेकर सरकार पर दबाव भी बनाए गए। 
-राज्यों में वैक्सीनेशन देने की मांग की गई। 
-इस मामले में केन्द्र ने राज्य सरकारों की मांग स्वीकार की। 

05:24 PM, 7th Jun
-1 मई से 25 फीसदी काम राज्यों के हवाले कर दिया। 
-राज्यों के कहने पर प्रयोग के तौर पर बदलाव किया गया। 
-राज्य समय रहते पुनर्विचार की मांग के साथ फिर आगे आए। 
-राज्यों के पास जो 25 प्रतिशत वैक्सीनेशन का काम था, वह जिम्मेदारी भी केन्द्र सरकार उठाएगी। 
-केन्द्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर नई व्यवस्था कर लेगी। 
-राज्यों का कोटा भी केन्द्र सरकारों ने अपने हाथों में लिया। 
-राज्य सरकारों को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। 

05:17 PM, 7th Jun
-खुद पर विश्वास से सफलता मिलती है। 
-दूसरे देशों से वैक्सीन खरीद की प्रक्रिया जारी है।
-सोचिए, यदि फ्रंट लाइनर वर्करों को पहले चरण में वैक्सीन में नहीं लगती तो क्या होता?
-ज्यादा से ज्यादा हैल्थ वर्करों को वैक्सीन लगने के चलते ही वे देश के लाखों लोगों का जीवन बचा पाए। 
-देश में तीन और वैक्सीन पर ट्रायल चल रही है। 
-नीति और परिश्रम से अच्छे नतीजे मिले। 

05:13 PM, 7th Jun
-आज 23 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। 
-साल भर के भीतर हमने 2 मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाई। 
-देश में तेजी से टीकाकरण चल रहा है। 
-वैक्सीन निर्माण के लिए हजारों करोड़ उपलब्ध करवाए गए। 
-सरकार ने वैज्ञानिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। 

05:08 PM, 7th Jun
-भारत में 2014 तक वैक्सीन का कवरेज 60 प्रतिशत था। 
-इस कमी को दूर करने के लिए हमने मिशन इंद्रधनुष लांच किया। 
-हमने इसके लिए मिशन मोड में काम किया। 
-सिर्फ 7 साल में वैक्सीनेशन कवरेज 90 फीसदी से ज्यादा हो गया। 
-पहले विदेशों से वैक्सीन लाने में दशकों लग जाते थे। 

05:05 PM, 7th Jun
-100 साल में सबसे बड़ी महामारी।
-पहले कभी भी इतनी ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी।
-दूसरी लहर से लड़ाई जारी है। 
-बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है। 
-दूसरे देशों में जहां भी दवाएं उपलब्ध थीं, उन्हें लाने में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी।
-इस अदृश्य वायरस से लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार कोविड प्रोटोकॉल है। 
-वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच की तरह है। 

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