एलन मस्क की Starlink पर उठाए सवाल, जानिए किसने लगाए यह गंभीर आरोप

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 13 नवंबर 2024 (18:04 IST)
Elon Musk News : एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के भारत में उपग्रह ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा देने की खबरों के बीच शोध संस्थान ‘कूटनीति फाउंडेशन’ ने अमेरिकी दिग्गज कंपनी के अमेरिकी खुफिया तथा सैन्य एजेंसियों के साथ गहरे संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा है कि यह राष्ट्रीय हितों में बाधक बन सकते हैं।
 
स्टारलिंक को भेड़ की खाल में छिपा भेड़िया करार देते हुए फाउंडेशन ने कहा कि स्टारलिंक दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकी है, जिसकी सबसे बड़ी ग्राहक तथा प्रचारक अमेरिकी सरकार की खुफिया तथा सैन्य एजेंसियां हैं। पुराने मोबाइल फोन सेवा प्रदाता वॉयस तथा इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए दूरसंचार टावर का इस्तेमाल करते हैं, उपग्रह संचार या सैटकॉम में यह सेवा प्रदान करने के लिए उपग्रहों के समूह का इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि उपग्रहों का नियंत्रण देश के बाहर होने को लेकर कई सवाल खड़े हैं।
ALSO READ: ट्रंप के चुनाव जीतते ही मालामाल हुए एलन मस्क, जानिए 1 ही दिन में कितनी हुई कमाई
कूटनीति ने एक रिपोर्ट में कहा, स्टारलिंक उपग्रहों का समूह दुनियाभर में इंटरनेट सेवा प्रदाताओं का एक नया रूप है, जो भौगोलिक सीमांकन तथा प्राकृतिक सीमाओं से परे है। दुनिया के हर नागरिक तक सीधी पहुंच है, जिसमें उपयोगकर्ता तथा अमेरिकी के बीच कामकाज के संचालन की कोई संरचना नहीं है।
 
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा था कि स्टारलिंक का अभी सुरक्षा मानदंडों का पालन करना बाकी है। उपग्रह ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए उसे लाइसेंस भारत में सेवाओं के लिए सभी मानदंडों को पूरा करने के बाद जारी किया जाएगा। कूटनीति की रिपोर्ट पर टिप्पणी मांगने के लिए स्टारलिंक को भेजे गए ई-मेल का खबर लिखने तक कोई जवाब नहीं आया।
ALSO READ: क्या एलन मस्क ने जिताया ट्रंप को, क्यों कहला रहे किंग मेकर
मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स एक अमेरिकी खुफिया एजेंसी के साथ एक वर्गीकृत अनुबंध के तहत सैकड़ों जासूसी उपग्रहों का एक नेटवर्क बना रही है। यूक्रेन युद्ध में स्टारलिंक उपग्रह संपर्क के इस्तेमाल को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन और कंपनी के बीच विवाद खड़ा हो गया था।
 
मस्क ने पिछले साल कहा था कि उन्होंने रूसी बेड़े पर हमले में सहायता के लिए अपने स्टारलिंक उपग्रह नेटवर्क को सक्रिय करने के यूक्रेन के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। कूटनीति ने मस्क की कंपनियों तथा अमेरिकी एजेंसियों के बीच कुछ अनुबंधों की खबरों का हवाला देते हुए कहा, ये अमेरिका के खुफिया-सैन्य-औद्योगिक परिसर के हिस्से के रूप में स्टारलिंक के ज्ञात अनुबंध हैं, बहुत सारे गोपनीय समझौते तथा अनुबंध हैं जिनका खुलासा नहीं किया गया है।
ALSO READ: एलन मस्क ने की भारत सरकार की तारीफ, अब ऐसे होगी सैटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी
इसमें कहा गया, इसके अलावा यह सर्वविदित है कि स्टारलिंक के मालिक एलन मस्क विभिन्न निजी खुफिया कंपनियों के करीब हैं, और अमेरिकी राजनीति में काफी सक्रिय व्यक्तित्व हैं, जो पलान्टिर टेक्नोलॉजीज यूएसए तथा ट्रंप चुनाव 2024 तक सीमित नहीं है।
 
रिपोर्ट में कहा गया, मस्क नीत कंपनियां ब्राजील, यूक्रेन और ईरान जैसे देशों की संप्रभुता और लोकतंत्र का अनादर करती हैं। इसमें कहा गया, स्टारलिंक (बहुत स्पष्ट रूप से) भू-राजनीतिक नियंत्रण की एक प्रौद्योगिकी है, जिसे खुफिया तथा रक्षा बलों द्वारा अंतरिक्ष में प्रभुत्व और उसके जरिए भूमि पर नियंत्रण के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

निशिकांत दुबे, तू मुंबई आजा समंदर में डुबा डुबाकर मारेंगे

बेरहम मालिक ने अपने पालतू डॉग के साथ की बेदर्द हरकत

...तो हम राहुल गांधी और खरगे को भी नहीं छोड़ेंगे, CM हिमंता विश्व शर्मा की चेतावनी

नमस्ते! मैंने कक्षाओं में विस्फोटक रखे हैं, करीब 100 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पेरेंट्‍स में दहशत

दो मुख्‍यमंत्रियों की गिरफ्तारी करवाने वाले दबंग ED अधिकारी कपिल राज का इस्तीफा, 15 साल की शेष थी सर्विस

सभी देखें

नवीनतम

अजमेर शहर में जल प्रलय, सड़कों पर लोग बहते दिखे, शहर की गलियां नदी बन गई

'सामना' में बोले उद्धव ठाकरे, ठाकरे सिर्फ एक ब्रांड नहीं बल्कि महाराष्ट्र की पहचान

UP में पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़ा, 4 युवाओं के प्रमाण पत्र निकले फर्जी

वाराणसी में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहा था सेक्स रैकेट, 5 गिरफ्तार

Petrol Diesel Prices: सप्ताहांत में क्या हैं पेट्रोल डीजल के ताजा दाम, जानें आपके नगर में नई कीमतें

अगला लेख