राहुल गांधी के अमेठी दौरे को हरी झंडी, प्रशासन ने कहा- कभी रोका नहीं

Webdunia
सोमवार, 2 अक्टूबर 2017 (13:07 IST)
अमेठी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी दौरे को प्रशासन ने हरी झंडी दे दी है। अमेठी के डीएम ने कार्यक्रम पर प्रतिबंध को गलत बताते हुए फिर से एक लेटर जारी किया है।
 
नए लेटर में अमेठी के डीएम योगेश कुमार ने लिखा है कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी के दौरे को रद्द करने की खबरें गलत हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को लेकर सिर्फ सलाह दी गई थी, रद्द करने का कोई आदेश नहीं दिया गया। डीएम ने लिखा, 'माननीय सांसद के दौरे को रोकने की कोई कार्रवाई नहीं की गई, उन्हें सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से अवगत कराया गया था।'
 
उल्लेखनीय है कि रविवार को ही ये खबर आई थी कि प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे को अनुमति देने से मना कर दिया है। राहुल गांधी 4 से 6 अक्टूबर तक अमेठी में रहेंगे। 
 
इस दौरे को लेकर अमेठी प्रशासन ने एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था कि त्योहारों का मौका होने के चलते पुलिस काफी व्यस्त है, ऐसे में राहुल गांधी के कार्यक्रम को सही तरीके से संपन्न कराना काफी असुविधापूर्ण रहेगा। 5 अक्टूबर तक पुलिस बल व्यस्त रहेगा, ऐसे में राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने में काफी असुविधा होगी।  
Show comments

जरूर पढ़ें

Marathi row : बिहार आओ, पटक-पटककर मारेंगे, मराठी भाषा विवाद में BJP सांसद निशिकांत दुबे की राज ठाकरे को धमकी

Video : 15 फुट लंबे किंग कोबरा को 6 मिनट में महिला वन अधिकारी ने बचाया, वीडियो देख खड़े हो जाएंगे रोंगटे

Chirag Paswan : बिहार में NDA की परेशानी को क्यों बढ़ा रहे हैं मोदी के 'हनुमान', कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश पर निशाना

Bihar : पूर्णिया में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या, 250 लोगों ने डायन बताकर परिवार को मारा

सऊदी अरब में मृत्युदंड रिकॉर्ड स्तर पर, जानिए कितने लोगों को दी फांसी

सभी देखें

नवीनतम

कौन है अर्चिता फुकन? एडल्ट स्टार के साथ तस्वीर ने मचाया बवाल, क्या AI अवतार है 'बेबीडॉल आर्ची'

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हाहाकार, 7 जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा, 225 सड़कें बंद

Chatgpt से भूलकर भी न पूछें ये 10 सवाल, हो जाएग अर्थ का अनर्थ

तमिलनाडु में दर्दनाक हादसा, ट्रेन से टकराई स्कूल बस, 3 छात्रों की मौत

इजराइल के साथ युद्ध में 1060 ईरानियों की मौत

अगला लेख