प्रवासी भारतीयों को लेकर राहुल ने सरकार पर साधा निशाना

Webdunia
रविवार, 14 जनवरी 2018 (18:01 IST)
नई दिल्ली। पते के सबूत के रूप में पासपोर्ट के काम नहीं आने की खबरों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह फैसला सत्तारूढ़ पार्टी की भेदभावपूर्ण मानसिकता को दिखाता है।

गांधी ने कहा कि यह कदम दिखाता है कि सरकार भारतीय प्रवासी कामगारों से दूसरे दर्जे के नागरिक के जैसा व्यवहार करती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि भारतीय प्रवासी कामगारों से दूसरे दर्जे के नागरिकों जैसा व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है।

यह कदम भाजपा की भेदभावपूर्ण मानसिकता को दिखाता है। पासपोर्ट के अंतिम पेज पर व्यक्ति के पते को प्रिंट नहीं करने के विदेश मंत्रालय के फैसले के बाद उनकी यह प्रतिक्रिया आई है। इसका मतलब है कि यह यात्रा दस्तावेज सबूत के तौर पर वैध दस्तावेज नहीं रह जाएगा।

पासपोर्ट के अंतिम पन्ने में पिता का नाम या कानूनी अभिभावक, पासपोर्टधारक की माता, जीवनसाथी का नाम और उनका पता दर्ज होता है। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि अब जबकि पासपोर्ट का आखिरी पन्‍ना प्रिंट नहीं होगा, ईसीआर (इमिग्रेशन चेक रिक्‍वायर्ड) दर्जे वाले पासपोर्टधारकों के लिए नारंगी रंग के पासपोर्ट जैकेट वाले पासपोर्ट जारी किए जाएंगे और गैर ईसीआर दर्जा वालों के लिए नियमित नीले पासपोर्ट ही जारी होंगे।

इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारियों वाली 3 सदस्यीय समिति की सिफारिश को स्‍वीकार कर लिया गया है और यह फैसला किया गया है कि पासपोर्ट का अंतिम पन्ना और पासपोर्ट कानून 1967 और पासपोर्ट नियम 1980 के तहत यात्रा संबंधी कागजात को प्रिंट नहीं किया जाएगा। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

‘ऑपरेशन महादेव’, जानिए कैसे मिला सेना के अभियान को यह कोड नेम, क्या है महत्व

कौन हैं प्रणीति शिंदे, जिसने ऑपरेशन सिंदूर को बताया तमाशा, क्‍या है राहुल गांधी से उनका कनेक्‍शन?

कैसे हुई पहलगाम के गुनहगारों की पहचान, अमित शाह ने लोकसभा में बताया

सोता रहा डॉक्टर, चली गई मरीज की जान, मेरठ मेडिकल कॉलेज में घोर लापरवाही

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने नहीं दिया मौका, क्या बोले मनीष तिवारी

अगला लेख