कन्याकुमारी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हर संस्था पर आक्रमण करने और देश को बांटने के प्रयास का आरोप लगाया और कहा कि ये दोनों संगठन तिरंगे को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं तथा मौजूदा समय में राष्ट्रीय ध्वज पर हमला हो रहा है।
उन्होंने कन्याकुमारी में भारत जोड़ो यात्रा की औपचारिक शुरुआत के मौके पर यह दावा भी किया कि मोदी सरकार सीबीआई और ईडी का उपयोग करके विपक्षी नेताओं को डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन कोई भी विपक्षी नेता भाजपा से डरने वाला नहीं है।
राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी, नोटबंदी का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि देश गहरे आर्थिक संकट से घिर गया है और अब त्रासदी और बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने बुधवार को कन्याकुमारी तट से 'भारत जोड़ो' यात्रा की औपचारिक शुरुआत की। राहुल गांधी और 118 अन्य 'भारत यात्री' गुरुवार को विधिवत पैदल मार्च की शुरुआत करेंगे।
इस मौके पर राहुल गांधी ने बड़ी संख्या में मौजूद नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों की मौजूदगी में कहा, "ऐसा क्यों है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत को महसूस किया गया। आज करोड़ों लोग महसूस करते है कि भारत को एकजुट करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।"
राहुल ने तिरंगे का उल्लेख करते हुए कहा कि यह तिरंगा कोई उपहार में नहीं मिला है, बल्कि भारत की जनता ने हासिल किया है। यह तिरंगा हर भारतीय, हर धर्म के लोगों, हर व्यक्ति की भाषा और हर राज्य का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि यह ध्वज हर समुदाय, हर प्रदेश, हर वर्ग और हर धर्म का है।
राहुल गांधी ने कहा कि इस ध्वज के साथ एक-एक भारतीय की पहचान जुड़ी है। यह ध्वज हर व्यक्ति को सुरक्षा, जीवन जीने के अधिकार और आस्था के अधिकार की गारंटी देता है।
उन्होंने दावा किया कि आरएसएस और भाजपा हर संस्था पर आक्रमण कर रहे हैं। वे ध्वज को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं...भाइयों और बहनों, आज तिरंगे पर हमला हो रहा है।
राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड मामले में खुद से हुई पूछताछ का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वे सोचते हैं कि ईडी, सीबीआई और ईडी का उपयोग करके विपक्ष को डरा लेंगे। समस्या है कि वे भारत के लोगों को समझते नहीं हैं। आप कितनी भी पूछताछ कर लो, कोई भी विपक्षी नेता भाजपा से डरने वाला नहीं है।
उन्होंने भाजपा की सोच को देश के लिए विभाजनकारी करार दिया लेकिन कहा कि यह देश नही बंटेगा और एकजुट रहेगा। उन्होंने दावा किया कि भारत बहुत बड़े आर्थिक संकट से घिरा है और बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, कृषि विरोधी तीन कानून, ये सब कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए उठाए गए कदम थे। यह वही विचार है जो अंग्रेजों का हुआ था कि भारत को बांटों, भारत के लोगों को एक दूसरे से लड़ाओ और फिर भारत को लूटो।
उनके अनुसार, अंग्रेजों के समय ईस्ट इंडिया कंपनी होती थी और आज तीन-चार कंपनियां पूरे भारत को नियंत्रित कर रही हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा भारत की जनता को सुनने के लिए शुरू की गई है। हम आरएसएस और भाजपा की तरह भारत की आवाज को दबाना नहीं चाहते। हम भारत की जनता के विवेक को सुनना चाहते हैं।
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए। यहीं पर तीन दशक पहले एक आतंकवादी हमले में राजीव गांधी की मृत्यु हो गई थी।
पिता के स्मारक पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने उन्हें राष्ट्र ध्वज सौंपा।
भारत जोड़ो यात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी। यात्रा कर्नाटक में 21 दिनों तक रहेगी और उसके बाद उत्तर की तरफ अन्य राज्यों में जाएगी।