राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को संस्थागत चोरी करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि निवार्चन आयोग गरीबों के मताधिकार को छीनने के उद्देश्य से इस चोरी को अंजाम देने के लिए भाजपा के साथ खुलेआम साठगांठ कर रहा है।
कांग्रेस नेता ने एक दिन पहले ही एक संवाददाता सम्मेलन में देश भर के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में वोट चोरी मॉडल का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया था। गांधी ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर कांग्रेस द्वारा की गई जांच और 2024 के लोकसभा चुनाव संबंधी कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों के विश्लेषण के बारे में बताया।
गांधी ने कांग्रेस की जांच का हवाला देते हुए वीडियो में अपने आरोपों को दोहराया कि कर्नाटक की बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 5 प्रकार की हेराफेरी के माध्यम से एक लाख से अधिक वोट चुराए गए। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में ऐसी 100 से अधिक सीट हैं। यहां जो हुआ है, वही उन सीट पर भी हुआ है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि महादेवपुरा क्षेत्र में 1,00,250 वोट की चोरी हुई, जिसमें 11,965 डुप्लीकेट मतदाता, 40,009 फर्जी एवं अमान्य पते वाले मतदाता, 10,452 बल्क मतदाता या एक ही पते पर पंजीकृत मतदाता, 4,132 फर्जी फोटो वाले मतदाता और 33,692 नए मतदाता के प्रपत्र छह का दुरुपयोग करके जोड़े गए मतदाता शामिल हैं। उन्होंने स्क्रीन पर हेराफेरी के प्रत्येक तरीके का उदाहरण दिखाकर अपने आरोपों पर विस्तार से बात की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर भाजपा की 10-15 सीट कम होतीं तो मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते और इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन की सरकार होती। (इनपुट भाषा)
edited by : Nrapendra Gupta