राजस्थान में 73 और तेलंगाना में 67 प्रतिशत मतदान

Webdunia
शुक्रवार, 7 दिसंबर 2018 (19:30 IST)
नई दिल्ली। राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा के लिए शु्क्रवार को मतदान छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया और राजस्थान में 73 प्रतिशत से अधिक तथा तेलंगाना में 67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
 
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि विधानसभा के लिए शाम 5 बजे संपन्न हुए मतदान में 73.85 प्रतिशत मतदान की जानकारी मिली है और शाम 5 बजे करीब 5,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर 3 लाख से अधिक मतदाता कतार में लगे हुए थे और उन्होंने मतदान किया। इससे मत प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छुट-पुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।
 
कुमार ने कहा कि मतदान केंद्र के अंदर कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटित हुई। सुरक्षा बल शु्क्रवार को पूरी रात चाक-चौबंद रहकर निगरानी करेंगे। प्रदेशभर के स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनों की सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए गए हैं। वहां पर बिजली की सतत आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही जनरेटर की भी व्यवस्था रहेगी।
 
विशिष्ट पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एनआरके रेड्डी ने बताया कि प्रदेश के सभी संभागों में मतदान शांतिपूर्ण हुआ तथा छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। जो घटनाएं हुई भी हैं, वे भी मतदान केंद्र के बाहर घटी हैं।
 
राज्य में सुबह मतदान के समय कुछ ईवीएम मशीनों में तकनीकी खराबी तथा चुरु के रतनगढ़ में मतदान केंद्र के बाहर पथराव होने से 3 लोगों के घायल होने, सीकर जिले में फतेहपुर में झगड़ा होने के बाद मोटरसाइकल को आग लगाने तथा बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में बज्जू क्षेत्र में एक जीप को आग लगा देने की घटनाएं सामने आई हैं।
 
इसके अलावा भरतपुर के नदबई क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर कब्जा जमाने का प्रयास करने पर 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। इसी तरह अलवर के बानसूर में कांग्रेस प्रत्याशी शंकुतला रावत पर हमला करने की घटना भी सामने आई।
 
उधर तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों के लिए एकल चरण में हुआ मतदान शांतिपूर्वक ही रहा और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं में वोट डालने को लेकर काफी उत्साह दिखाई दिया जबकि शहरी क्षेत्रों के मतदाता ज्यादा उत्साहित नजर नहीं आए।
 
शु्क्रवार को समाप्त हुए मतदान के बाद राज्य विधानसभा के लिए चुनावी रण में उतरे 1,821 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है। राज्य में निर्धारित समय से 8 माह पहले विधानसभा चुनाव हुए हैं और ऐसा मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव की विधानसभा को भंग करने की सिफारिश के बाद किया गया था।
 
अभी तक एक्जिट अनुमानों के आधार पर कहा जा रहा है कि राज्य की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार दोबारा सत्ता में आएगी और कांग्रेस नीत पीपुल्स फ्रंट को दूसरा स्थान मिलेगा। राजस्थान और तेलंगाना में 11 दिसंबर को मतगणना होगी। (वार्ता)

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