नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कश्मीर में सीमापार आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ की घटनाओं में बहुत अधिक गिरावट दर्ज की गई है।
सिंह ने गुरुवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल के जवानों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने सुरक्षा बल के जवानों से सोशल मीडिया पर मौजूद संदेशों को आगे बढ़ाने या उनके अन्य इस्तेमाल के दौरान पूरी तरह से सचेत रहने को कहा।
सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से आतंकवादियों की घुसपैठ हो रही है, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ की घटनाओं में काफी हद तक गिरावट आई है। सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये मैं सेना और बीएसएफ को बधाई देता हूं। सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई को अंजाम देते हुए पिछले साल सितंबर में नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था।
गृह मंत्री ने कहा कि सेना खासकर बीएसएफ को सीमा पार मादक पदार्थों और भारतीय मुद्रा की तस्करी के खिलाफ पहले से अधिक सतर्क रहना चाहिए। इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया के खतरों का भी जिक्र करते हुए कहा कि दुश्मन फेसबुक और व्हाट्सएप के मार्फत अफवाहें और गलत सूचनाएं फैला रहा है।
इसके मद्देनजर उन्होंने जवानों और अधिकारियों को फेसबुक या व्हाट्सएप पर मौजूद सूचनाओं और वीडियो आदि को तब तक आगे बढाने से परहेज बरतने को कहा जब तक कि इनकी प्रमाणिकता को पुख्ता न कर लिया जाए और यह सुनिश्चित न हो जाए कि इसे आगे बढ़ाना देश हित में है, क्योंकि देश की सीमाओं की ही नहीं बल्कि उसकी एकता और अखंडता की सुरक्षा भी सुरक्षाबलों की ही जिम्मेदारी है।
सिंह ने कहा कि सरकार राडार, लेजर कैमरा और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों के जरिये सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये समग्र एवं एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली (सीआईबीएमएस) को लागू करने पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमाओं की तीन स्तरीय प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें बीएसएफ जैसी सुरक्षा इकाई के साथ खुफिया तंत्र और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी को शामिल किया जाएगा। (भाषा)