अयोध्या मामले पर सुनवाई, निर्मोही अखाड़े ने रखीं सुप्रीम कोर्ट में दलीलें

Webdunia
बुधवार, 7 अगस्त 2019 (12:19 IST)
उच्चतम न्यायालय में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई बुधवार को यानी दूसरे दिन भी जारी है। ये इस अंतिम सुनवाई का दूसरा दिन है। आज भी निर्मोही अखाड़ा अपनी दलीलें अदालत के सामने रख रहा है। अखाड़ा इस वक्त मामले का इतिहास अदालत को समझा रहा है। उच्चतम न्यायालय ने मध्यस्थता प्रक्रिया विफल होने के बाद नियमित सुनवाई का फैसला किया है।

खबरों के मुताबिक, अयोध्‍या मामले में पक्षकार निर्मोही अखाड़े की ओर से पेश वरिष्ठ वकील सुशील जैन ने प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संविधान पीठ के समक्ष दूसरे दिन भी दलीलें जारी रखीं। ये इस अंतिम सुनवाई का दूसरा दिन है। दूसरे दिन भी निर्मोही अखाड़ा अपनी दलीलें अदालत के सामने रख रहा है। अखाड़ा इस वक्त मामले का इतिहास अदालत को समझा रहा है।

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने निर्मोही अखाड़ा से पूछा कि आप किस आधार पर जमीन पर अपना हक जता रहे हैं। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि आप बिना मालिकाना हक के पूजा-अर्चना कर सकते हैं, लेकिन पूजा करना और मालिकाना हक जताना अलग-अलग बात है। निर्मोही अखाड़ा की तरफ से वकील ने कहा कि सूट फाइल करने का मकसद ये था कि हम अंदर के कोर्टयार्ड में अपना हक जता सकें। अखाड़ा ने कहा कि वह विवादित भूमि पर मालिकाना हक और कब्जे की मांग कर रहे है।

उल्‍लेखनीय है कि निर्मोही अखाड़े की तरफ से मंगलवार को जो तर्क रखे गए थे, उसमें बताया गया कि 1850 से ही हिंदू पक्ष वहां पर पूजा करता आ रहा है। उनकी ओर से कहा गया कि 1949 से उस विवादित स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी गई थी, ऐसे में मुस्लिम पक्ष का हक जताना पूरी तरह गलत है।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कई सवाल पूछे और मामले की बारीकी से जानकारी मांगी। इसके अलावा अन्य जजों ने भी निर्मोही अखाड़े को आदेश दिया था कि अपने तर्क रखने के दौरान वह मामले को विस्तार से समझाएं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

कहां गई 56 इंच की छाती, Waqf law संविधान विरोधी, अहमदाबाद अधिवेशन में राहुल गांधी की चेतावनी- देश में आने वाला है आर्थिक तूफान

Tariff War : चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ; ट्रंप को दे दी खुली चेतावनी- झुकेंगे नहीं

मोदी के गढ़ गुजरात से राहुल गांधी की जाति जनगणना की हुंकार, OBC वोटर्स को साधने की कवायद

क्या अमेरिका के जाल में फंस रहा है भारत, अर्थशास्त्री की चेतावनी - न बने चीन का मोहरा

सभी देखें

नवीनतम

BSNL की सिम बंद नहीं होगी, रोजाना खर्च करने पड़ेंगे सिर्फ 5 रुपए, जानिए कौनसा है सस्ता प्लान

वक्फ संशोधन अधिनियम को TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

गडकरी ने किया दावा, 2 साल में MP में राष्ट्रीय राजमार्ग का नेटवर्क अमेरिका से भी अच्छा होगा

भारत के इस पड़ोसी देश में मिलता है दुबई से भी सस्ता सोना, घूमने जाएं तो लाना ना भूलें

क्या नीतीश कुमार होंगे उपप्रधानमंत्री, भाजपा नेता ने की मांग

अगला लेख