कानपुर देहात। रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति के रूप में दूसरी बार अपनी मातृभूमि पर कदम रखेंगे। इससे पहले वे पिछले साल 27 जून को परौंख आए थे और राष्ट्रपति ने परौंख में ग्रामीणों से आने का वादा किया था। सालभर के भीतर वे यहां आकर अपना वादा भी निभा रहे हैं जिसको लेकर ग्रामीण बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं।
पहली बार पहुंचे थे ट्रेन से : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पहली बार कानपुर नगर व कानपुर देहात के दौरे के लिए बीते वर्ष प्रेसीडेंशियल ट्रेन से यहां पहुंचे थे। उनकी ट्रेन झींझक और रूरा रेलवे स्टेशनों पर रुकी थी। दोनों ही स्टेशनों पर उन्होंने प्लेटफॉर्म पर आयोजित कार्यक्रमों में लोगों को संबोधित किया था और फिर वे कानपुर नगर चले गए थे। वहां पर कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद वे कानपुर से कानपुर देहात आए थे और अपनी मातृभूमि के ग्रामीणों से मुलाकात भी की थी। करीब 1.30 घंटे का समय उन्होंने परौंख में बिताया था। तब वे पथरी माता मंदिर, आंबेडकर पार्क, मिलन केंद्र के साथ झलकारी बाई इंटर कॉलेज गए थे।
किया था वादा, बोले थे मैं फिर आऊंगा : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने पैतृक गांव में बीते वर्ष पहुंचे थे और उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात भी की थी और पुराने पलों को याद भी किया था। इस दौरान वहां पर मौजूद अगर ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने वादा किया था कि वे जल्द फिर गांव आएंगे। उस वादे को वे आज पूरा कर रहे हैं। ग्रामीणों में खुशी की लहर है और वादा पूरा करने को लेकर वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दिल से धन्यवाद दे रहे हैं और कह रहे हैं कि कानपुर देहात के छोटे से गांव को राष्ट्रपति ने देश के विश्व पटल पर लाकर रख दिया है और आज हर जगह उन्हीं के गांव की चर्चा हो रही है। इससे बड़ी सौभाग्य की बात गांव और गांव के ग्रामीणों और गांव के बच्चों के लिए और कुछ नहीं हो सकती है।