कैंसर से जूझ रहे रवि प्रकाश की जीने की जिद: कहानी जिंदगी की सीजन-2

Webdunia
मंगलवार, 17 जनवरी 2023 (19:41 IST)
बीबीसी हिन्दी ने पॉडकास्ट सीरीज 'कहानी जिंदगी की' का दूसरा सीजन शुरू किया है। ये पॉडकास्ट रवि प्रकाश की जिंदगी की सच्ची कहानी है। इसमें वो बताते हैं कि कैसे अंतिम स्टेज का कैंसर उनके जीवन में एक सदमे के रूप में आया और कैसे वो कई मोर्चों पर इससे लड़ रहे हैं।
 
इस पॉडकास्ट में बीबीसी की सुमिरन प्रीत कौर ने रवि प्रकाश से उनकी आशाओं और आशंकाओं की खुलकर बातचीत की है। ये बातचीत बेहद आत्मीय है और दिल को छू लेने वाली है। यहां ये बताना जरूरी है कि सुमिरन खुद भी कैंसर से लड़ रही हैं।
 
पॉडकास्ट में बात सिर्फ रवि प्रकाश के सदमे की ही बात नहीं है, बल्कि उनकी जीने की ललक, जिंदगी के बचे हुए समय को भरपूर जीने का उत्साह और कैंसर के इलाज का भारी-भरकम खर्च- इन सब मुद्दों को आप गहराई से समझ पाएंगे।
 
हर एपिसोड में रवि प्रकाश एक-एक करके उन सब मुद्दों पर चर्चा करते हैं, जो कैंसर से जूझ रहे इंसान की जिंदगी पर असर डालता है। रवि प्रकाश को जनवरी 2021 में पता चला कि उन्हें फेफड़ों का कैंसर है और उनके पास जीने के लिए सिर्फ 18 महीने का वक्त है।
 
जिंदगी में कभी सिगरेट न पीने वाले रवि को फेफड़े का कैंसर हुआ लेकिन उन्होंने 18 महीने की मियाद को आगे धकेलने के लिए लड़ाई लड़नी शुरू की।
 
रवि कहते हैं, 'एक पिता के रूप में मैंने अपनी जिम्मेदारियां अभी पूरी नहीं की हैं। मैं कम-से-कम अगले साल जून-जुलाई तक और जीना चाहता हूं, जब मेरा बेटा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होगा। मैं उसे एक मुकाम पर देखता चाहता हूं।
 
बातचीत में रवि प्रकाश अपने आनंद और उत्सव के दिनों के बारे में बताते हैं, कभी टूटते हैं, फिर संभलते हैं और फिर से जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश करते हैं।
 
वो लगातार चल रही अपनी कीमोथैरेपी के बारे में बताते हैं। वो जब परिवार के साथ छुट्टी मनाने जाते हैं और अपना जन्मदिन मनाते हैं तो उस बारे में बताते हैं।
 
बीबीसी इंडिया की हेड रूपा झा कहती हैं, 'नया सीजन लोगों को एक ऐसे सफर पर ले जाएगा, जो इंसान की जीने की ललक में विश्वास पैदा करता है। सुमिरन के साथ रवि प्रकाश की जिंदगी के लम्हों को साझा करते हुए हम कैंसर पर बातचीत को सहज बनाना चाहते हैं। ये एक ऐसी सीरी‍ज है, जो हम में से कई लोगों के लिए जिंदगी की क़िताब साबित होगी।
 
बीबीसी हिन्दी की 'कहानी जिंदगी की' में कैंसर के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीक की पड़ताल की गई है जिसके लिए मरीजों को भारी क़ीमत चुकानी पड़ती है। अक्सर इन खर्चों को जुटाना परिवार और दोस्तों के बिना मुश्किल हो जाता है।
 
इस वजह से कई बार परिवार या संबंधियों को फंड जुटाने की आवश्यकता होती है। 13 जनवरी को इस पॉडकास्ट सीरीज को लॉन्च किया गया है और हर शुक्रवार को हम इसका नया एपिसोड लाएंगे।
 
ये बीबीसी हिन्दी की वेबसाइट, बीबीसी हिन्दी के फेसबुक पेज और सभी प्रमुख पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म, जैसे Gaana, Jiosaavn, Spotify and Apple पर उपलब्ध होगा।

Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold Prices : शादी सीजन में सोने ने फिर बढ़ाई टेंशन, 84000 के करीब पहुंचा, चांदी भी चमकी

संजय राउत गुस्से में, उठाए चुनाव परिणाम पर सवाल, जनता के बारे में कही ये बात

टमाटर अब नहीं होगा महंगा, जनता को मिलेगी राहत, सरकार ने बनाया यह प्लान

'गौतम सर ने कहा था कि तेज गेंदों का ऐसे सामना करो जैसे देश के लिए गोली खानी हो': नीतिश रेड्डी

पोस्‍टमार्टम और डीप फ्रीजर में ढाई घंटे रखने के बाद भी चिता पर जिंदा हो गया शख्‍स, राजस्‍थान में कैसे हुआ ये चमत्‍कार

सभी देखें

नवीनतम

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

LIVE: PM मोदी बोले- महाराष्ट्र ने कुर्सी फर्स्ट को नकारा, कोई ताकत 370 वापस नहीं ला सकती

15 राज्यों की 46 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

LIVE: महाराष्ट्र में महायुति की जीत को उद्धव ठाकरे ने बताया सुनामी

अगला लेख