Rebellion in Karnataka BJP before Lok Sabha elections : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने पार्टी से बगावत करते हुए शुक्रवार को घोषणा की कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में शिमोगा से बतौर निर्दलीय मैदान में उतरेंगे। उन्होंने बेटे केई कांतेश को हावेरी सीट से टिकट नहीं दिए जाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को दोषी ठहराया।
येदियुरप्पा के बेटे और मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र को भाजपा ने शिमोगा से पार्टी प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा की बेटी, कन्नड़ फिल्म स्टार शिवराजकुमार की पत्नी और दिवंगत अभिनेता डॉ. राजकुमार की पुत्रवधू गीता शिवराजकुमार को मैदान में उतारा है।
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई हावेरी सीट से मैदान में : ईश्वरप्पा ने अपने समर्थकों द्वारा बुलाई गई एक बैठक में भाजपा के खिलाफ बगावत की घोषणा करते हुए कहा, मैं शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से आपके निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को हावेरी सीट से मैदान में उतारा है। कर्नाटक में भाजपा को खड़ा करने का श्रेय ईश्वरप्पा, येदियुरप्पा और दिवंगत एचएन अनंत कुमार को दिया जाता है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा (75) ने अपने आरोप को दोहराया कि भाजपा संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य येदियुरप्पा ने उनके बेटे को टिकट दिलाने का आश्वासन दिया था और उनकी जीत के लिए प्रचार करने का वादा किया था, लेकिन अब उन्होंने उन्हें धोखा दिया है।
भाजपा की राज्य इकाई येदियुरप्पा परिवार की गिरफ्त में : ईश्वरप्पा ने कहा कि येदियुरप्पा ने बोम्मई और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे के लिए टिकट सुनिश्चित किया, लेकिन उनके बेटे के लिए नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की राज्य इकाई येदियुरप्पा परिवार की गिरफ्त में है, जिसमें उनका एक बेटा सांसद है और दूसरा बेटा बीवाई विजयेंद्र विधायक और प्रदेश अध्यक्ष है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा पर नलिन कुमार कटील, प्रताप सिम्हा, सीटी रवि और डीवी सदानंद गौड़ा जैसे हिंदुत्व के मुद्दे का समर्थन करने वाले नेताओं को दरकिनार करने का भी आरोप लगाया। उल्लेखनीय है कि पार्टी ने तीनों मौजूदा सांसदों कटील, सिम्हा और सदानंद गौड़ा को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया है।
हालांकि ईश्वरप्पा ने बार-बार कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी नहीं हैं। उन्होंने कहा, भले ही मेरी जान चली जाए, लेकिन मैं नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं जाऊंगा। अगर मेरा हृदय खुलेगा तो एक तरफ भगवान राम होंगे और दूसरी तरफ मोदी होंगे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour