मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने डाली UCC की गुगली : सचिन पायलट

Webdunia
रविवार, 9 जुलाई 2023 (14:25 IST)
Uniform Civil Code : देश में समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर छिड़ी बहस के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा है कि बिना किसी ठोस प्रस्ताव के इस पर बात करना हवा में तीर चलाने जैसा है और सरकार ने जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह गुगली डाली है।
 
पायलट ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार यूसीसी को लेकर अब तक कोई प्रस्ताव या खाका लेकर सामने नहीं आई है, लेकिन वह इसका राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
 
उन्होंने यूसीसी पर छिड़ी बहस और इस पर कांग्रेस के रुख के बारे में पूछे जाने पर कहा, समान नागरिक संहिता क्या है, क्या कोई विधेयक आया है, क्या कोई प्रस्ताव आया है, क्या कोई खाका तैयार किया गया है, पता ही नहीं है। यूसीसी के नाम पर अलग-अलग लोग, अलग-अलग दल, अलग-अलग धर्मगुरु अपनी राय दे रहे हैं।
 
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया, सरकार का प्रस्ताव क्या है, संसद की स्थाई समिति क्या बोल रही है, क्या संसद में कोई विधेयक आया है, यूसीसी की परिभाषा क्या है? पायलट ने कहा कि बिना किसी ठोस प्रस्ताव के यूसीसी पर बात करना हवा में तीर चलाने जैसा है।
ALSO READ: UCC का विरोध करने वाले अज्ञानी, मेरठ में बोले अनिरुद्धाचार्यजी- लव जिहाद और धर्मांतरण भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं
कांग्रेस नेता ने कहा, इन्होंने (सरकार) एक गुगली डाल दी है, अब इस पर चर्चा करते रहिए, बहस करते रहिए। किसी प्रस्ताव के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। पायलट ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर ध्यान भटकाने का काम करती है, ताकि महंगाई और जनता से जुड़े अन्य मुद्दों पर पर चर्चा नहीं हो।
ALSO READ: अमर्त्य सेन बोले- मुश्किल मुद्दा है UCC, हिंदू राष्ट्र की अवधारणा से संबंध
उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि अगर किसी वंचित, चाहे वह पुरुष हो या महिला, को अधिकार देना है या मान-सम्मान देना है, संपत्ति का अधिकार देना है, सशक्त बनाना है, तो फिर किसे आपत्ति हो सकती है, लेकिन इसे लेकर कोई खाका ही नहीं है, सिर्फ राजनीतिक टूल का इस्तेमाल किया गया है।
ALSO READ: PK ने किया UCC का विरोध, बोले- इसके समर्थन में गोलवलकर भी नहीं थे, अयोध्या और आर्टिकल 370 से भी बड़े होंगे परिणाम
यूसीसी विवाह, तलाक और उत्तराधिकार पर समान कानून लागू करने के लिए है। अमल में आने पर यह देश के सभी नागरिकों पर लागू होगा। धर्म, जाति, समुदाय या स्थानीय परंपराओं के आधार पर कानून में भेदभाव नहीं किया जाएगा। विधि आयोग ने यूसीसी पर लोगों से राय मांगी है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

CM देवेंद्र फडणवीस का राज ठाकरे पर पलटवार, बोले- आपको भी गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन...

भारतीय खिलाड़ियों की जासूरी करवाएगी BCCI , इस बात का लगाएगा पता

28 राज्यों को मिले नए भाजपा अध्यक्ष, कब आएगा यूपी का नंबर, किसका दावा सबसे मजबूत?

बिहार से किस तरह तमिलनाडु पहुंचा SIR विवाद, चिदंबरम ने चुनाव आयोग से पूछा सवाल

प्याज की कीमतों से गिरावट से किसान परेशान, CM फडणवीस से की यह मांग

सभी देखें

नवीनतम

वाराणसी में उफान पर गंगा नदी, छतों पर गंगा आरती, कहां हो रहे हैं अंतिम संस्कार

सुबह की सैर कर रही थीं कांग्रेस सांसद आर सुधा, झपटमारों ने छीन ली सोने की चेन

LIVE: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश, लखनऊ में स्कूलों की छुट्‍टी

ट्रंप के करीबी ने दी 100 प्रतिशत टैरिफ की धमकी, रूस से तेल खरीदी को लेकर भारत पर लगाया बड़ा आरोप

झारखंड के पूर्व CM शिबू सोरेन का निधन, 81 वर्ष की उम्र में छोड़ी दुनिया

अगला लेख