मुंबई, शिवसेता नेता संजय राउत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मुंबई की एक विशेष अदालत ने सोमवार को मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत की अवधि को 14 दिन के लिए और बढ़ा दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राउत (60) को उपनगर गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत एक अगस्त को गिरफ्तार किया था।
उन्हें सोमवार को उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर विशेष पीएमएलए न्यायाधीश एमजी देशपांडे की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने राउत की न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी। शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी राउत ने सभी आरोपों से इनकार किया है और अपने खिलाफ ईडी के मामले को फर्जी बताया है।
धन शोधन का यह मामला एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उससे संबंधित लेनदेन से जुड़ा है। केंद्रीय एजेंसी ने इस सप्ताह की शुरुआत में वर्षा राउत को समन भेजे थे। इसके बाद वह शनिवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के कार्यालय पहुंची थीं। ईडी ने इस मामले में राज्यसभा सदस्य संजय राउत को एक अगस्त को गिरफ्तार किया था।