डॉक्टर्स के वेतन के मुद्दे को लेकर सत्येन्द्र जैन ने MCD पर लगाया राजनीति करने का आरोप

Webdunia
मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020 (10:21 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने सोमवार को कहा कि डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे पर एमसीडी की सत्ता में बैठी भाजपा सिर्फ राजनीति कर रही है। मैंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेशानुसार वेतन मुद्दे पर बातचीत के लिए दिल्ली एमसीडी के तीनों मेयर को दोपहर 2 बजे मिलने का समय दिया था। लेकिन पूरा दिन गुजर जाने के बाद भी कोई मिलने नहीं आया। एमसीडी अगर डॉक्टर के मुद्दे को लेकर गंभीर होती तो वो बैठकर बात करती, लेकिन इनका मकसद सिर्फ राजनीति करने का है और इस बात की कोई परवाह नहीं है कि डॉक्टर्स को उनका वेतन मिल रहा है या नहीं?
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उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सप्ताह से दिल्ली एमसीडी के अधीन अस्पतालों के डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारी अपने वेतन मिलने में हो रही देरी को लेकर धरने पर बैठे हैं, वहीं सोमवार को एमसीडी के मेयर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के सामने धरने पर बैठ गए और दिल्ली सरकार से पैसे की मांग करने लगे।
 
जैन ने कहा कि केंद्र सरकार सारे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को उसके अधिकार क्षेत्र में रहने वाले प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा देती है, लेकिन वो दिल्ली के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को कोई पैसा नहीं दे रही है। दिल्ली के मेयर को चाहिए कि वो केंद्र सरकार से मांग करे कि दिल्ली एमसीडी को भी केंद्र सरकार द्वारा उनके हक के अनुदान के बकाया पैसे दिए जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली के एमसीडी पर दिल्ली सरकार का हजारों करोड़ बकाया है, जो एमसीडी को चुकता करना है। दिल्ली एमसीडी केंद्र सरकार से पैसे नहीं मांगती है जबकि केंद्र और एमसीडी दोनों में भाजपा की ही सरकार है।
 
जैन ने कहा कि एमसीडी ने पूरी दिल्ली में होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए हुए हैं और इन सब पर मोटा पैसाखर्च करती है। एमसीडी में फैले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि एमसीडी के अंदर बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है। इनके पास जितना भी पैसा हो, सारा भ्रष्टाचार में खत्म हो जाता है। एमसीडी अपने सिस्टम को सही से नहीं चला पा रही है। हाउस टैक्स का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर 2,500 करोड़ इकट्ठा करना होता है तो उसमें से सिर्फ 1,000 करोड़ इकट्ठा करते हैं और बाकी के 1500 करोड़ आपस में बांट लेते हैं। एमसीडी अपना काम सही तरीके से नहीं करती है और दिल्ली सरकार से पैसा मांगती है। दिल्ली सरकार को जो भी पैसा देना था, वो पहले ही दिया जा चुका है।
 
जैन ने कहा कि इन सारे मुद्दों का हल यही है कि एमसीडी अपना सिस्टम ठीक करके वहां से भ्रष्टाचार खत्म करे और अगर ऐसा करने में असमर्थ है तो फिर दिल्ली सरकार के हवाले कर दे। हम सिस्टम ठीक करके सारे अस्पताल अच्छे से चला भी लेंगे और डॉक्टर को उनका वेतन भी समय पर देंगे। जैन ने कहा कि अगर एमसीडी के पास पैसे नहीं हैं तो केंद्र सरकार से मदद मांगनी चाहिए। इसमें अगर एमसीडी को दिल्ली सरकार का सहयोग चाहिए तो हम उनको सहयोग देने के लिए तैयार हैं और उनके साथ मिलकर केंद्र सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं।

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