नकदी संकट पर एक ही दिन में बात से पलटा एसबीआई रिसर्च

Webdunia
शुक्रवार, 20 अप्रैल 2018 (07:45 IST)
मुंबई। एसबीआई रिसर्च ने तंत्र में 70 हजार करोड़ रुपए की कमी बताने के एक ही दिन बाद इससे पलटते हुए नकदी संकट को सतही करार दिया। 
 
एसबीआई रिसर्च ने नई रिपोर्ट में नकदी संकट को हल्का बताने के लिए मार्च तिमाही में दिसंबर तिमाही की तुलना में एटीएम से निकासी में आई गिरावट को आधार बनाया है। 
 
रिपोर्ट में रिजर्व बैंक के आंकड़ों के हवाले से कहा गया कि वित्त वर्ष 2017-18 के उत्तरार्द्ध में पूर्वार्द्ध की तुलना में एटीएम से निकासी में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तिमाही आधार पर देखने में एटीएम से निकासी में पहली तिमाही में 15.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.9 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में तीसरी तिमाही की तुलना में एटीएम से निकासी में 0.5 प्रतिशत की कमी आई है। 
 
रिपोर्ट में कहा गया, 'चौथी तिमाही में एटीएम से निकासी में कमी एक सामान्य घटना है और इसे नकदी संकट से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। इससे हमारी इस धारणा को बल मिलता है कि मौजूदा नकदी संकट वास्तविक होने के बजाय सतही हो सकता है।' 
 
दिलचस्प है कि एसबीआई रिसर्च ने एक ही दिन पहले अपनी रिपोर्ट में कहा था कि प्रणाली में करीब 70 हजार करोड़ रुपए की नकदी की कमी है। एसबीआई रिसर्च ने सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा नकदी संकट की स्थिति से इंकार करने के बाद भी नकदी की कमी का दावा किया था। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सर्वे में बड़ा खुलासा, 82 फीसदी दिव्यांगों का बीमा नहीं, 42% आयुष्मान योजना से अनभिज्ञ

नीतीश कुमार ने किया वादा, भाजपा से फिर कभी नहीं तोड़ेंगे नाता

म्यांमार में मुश्किलें कम नहीं, भूकंप की त्रासदी से उबरने का संघर्ष, विद्रोहियों से भी जंग

संघ मुख्यालय पहुंचने वाले दूसरे पीएम बने मोदी, क्यों खास है यह दौरा?

म्यांमार की मदद के लिए भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा', जानिए क्या-क्या भेजा

सभी देखें

नवीनतम

दुनिया से घबराई Ghibli, फोटो बनाने की होड़ ने निकाला दम, ऑल्टमैन ने कहा मेरी टीम को सोने दो

भारत को टैरिफ से छूट देने पर अब भी चुप्पी साधे हैं ट्रंप

Weather Update: गर्मी के तेवर होंगे और भी तीखे, दिल्ली-NCR में बढ़ेगा तापमान, इन राज्यों में होगी बारिश

LIVE: सैटेलाइट ने दिखाया भूकंप से म्यांमार की बर्बादी का मंजर, हवा में फैली लाशों की बदबू

तिब्बत को लेकर पंडित नेहरू की गलतियां और 1962 में चीन का भारत पर हमला

अगला लेख