Ram Mandir Inauguration : मूर्तिकार योगीराज बोले, मैं खुद को सबसे भाग्यशाली मानता हूं, आज मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 22 जनवरी 2024 (22:30 IST)
Sculptor Arun Yogiraj's statement regarding Pran Pratishtha : अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में स्थापित 'रामलला' की मूर्ति को बनाने वाले मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने सोमवार को कहा कि वे खुद को पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति मानते हैं और मानते हैं कि भगवान राम ने उन्हें इस कार्य के लिए चुना।
 
अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशंसा पाने वाले योगीराज ने कहा, मैंने हमेशा महसूस किया है कि भगवान राम मुझे और मेरे परिवार को हर बुरे समय से बचाते रहे हैं तथा मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह वही हैं, जिन्होंने मुझे इस शुभ कार्य के लिए चुना। पांचवीं पीढ़ी के मूर्तिकार योगीराज आज यहां भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित लोगों में शामिल थे।
 
मूर्तिकार ने कहा, मैंने कई रात जागकर मूर्ति पर बारीकी से काम किया क्योंकि ऐसा करना आवश्यक था। मुझे लगता है कि मैं पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं और आज मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है। उन्होंने कहा, मैंने मूर्ति बनाने की कला अपने पिता से सीखी। आज मेरी मूर्ति को यहां देखकर उन्हें बहुत गर्व होता।
ALSO READ: राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देशभर में अयोध्या वाली दीवाली, दीपोत्सव के साथ आतिशबाजी, भंडारों और भजनों के आयोजन
इस ऐतिहासिक घटना को व्यक्तिगत रूप से देखना योगीराज के लिए गर्व का क्षण था, लेकिन मैसूरु में उनके परिवार ने इस समारोह को टीवी पर देखा। उनकी पत्नी विजेता ने पिछले हफ्ते कहा था, उन्होंने (योगीराज) कई रात जागकर रामलला की मूर्ति बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। ऐसे भी दिन थे जब हम मुश्किल से ही बात कर पाते थे और वह परिवार को मुश्किल से समय देते थे।
ALSO READ: Ram Mandir Deepotsav : PM आवास में नरेंद्र मोदी ने मनाया दीपोत्सव, रामलला की तस्वीर के आगे जलाया दीया
मैसूरु विश्वविद्यालय से एमबीए अरुण योगीराज ने एक निजी कंपनी के मानव संसाधन विभाग में छह महीने तक प्रशिक्षण लिया था। मूर्तिकार ने कहा, लेकिन मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और निजी क्षेत्र की नौकरी छोड़ दी तथा पारिवारिक परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए मैसूरु लौट आया।
 
योगीराज ने पूर्व में आदि शंकराचार्य की 12 फुट ऊंची मूर्ति बनाई थी, जिसे केदारनाथ में स्थापित किया गया है। उन्होंने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी बनाई है, जिसे दिल्ली में इंडिया गेट के पास स्थापित किया गया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

150 साल तक जिंदा रहेगा इंसान, बीजिंग परेड में पुतिन-जिनपिंग की अनजाने में रिकॉर्ड चर्चा से सोशल मीडिया पर क्यों मची हलचल

MY Hospital चूहाकांड : तो क्या चूहे के काटने से नहीं हुई बच्चियों की मौत, HOD बोले- ड्‍यूटी के दौरान कई बार हमें भी काट लेते हैं, नहीं होता इन्फेक्शन

पंजाब से जम्मू तक बाढ़ ने मचाई तबाही, LOC पर 110 KM लंबी बाड़ और 90 BSF चौकियां जलमग्न

ट्रंप के ट्रेड सलाहकार नवारो जेल भी जा चुके हैं, भारत से संबंध बिगाड़ने में बड़ी भूमिका, अमेरिकी हिन्दुओं के निशाने पर भी आए

छोटी कारों पर 60000 रुपए की बचत, Honda Shine, Activa होंगी सस्ती, लग्जरी कारों पर क्या पड़ेगा असर, समझिए पूरा गणित

सभी देखें

नवीनतम

MY Hospital चूहाकांड : तो क्या चूहे के काटने से नहीं हुई बच्चियों की मौत, HOD बोले- ड्‍यूटी के दौरान कई बार हमें भी काट लेते हैं, नहीं होता इन्फेक्शन

Delhi Metro को देख हर्ष गोयनका को क्यों याद आई नियाग्रा फॉल

कानून के बावजूद दवा कंपनियों की मनमानी पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा बड़ा सवाल 'बिना दांत का बाघ है' तो इसका उद्देश्य क्या है

MYH में चूहों के काटने से बच्चियों की मौत हत्या, PM और CM पर भड़के राहुल गांधी

CM योगी ने अखिलेश पर किया कटाक्ष, बोले- 'गुंडा टैक्स' सपा सरकार का संस्कार था, लेकिन अब...

अगला लेख