विपक्षी दलों के गठबंधन पर शरद पवार ने कहा- नेतृत्व सामूहिक होना चाहिए...

Webdunia
शुक्रवार, 25 जून 2021 (23:08 IST)
पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को दावा किया कि इस हफ्ते की शुरुआत में 8 विपक्षी दलों की जो बैठक उनकी मेजबानी में हुई थी, उसका विषय राष्ट्रीय गठबंधन बनाना नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसा कोई गठबंधन बनता भी है, तो उसका नेतृत्व सामूहिक होना चाहिए।

पवार ने कहा कि मंगलवार को उनके दिल्ली आवास पर जो बैठक हुई उसका उद्देश्य इस विषय पर चर्चा करना था कि किसानों के आंदोलन को वे किस तरह से समर्थन दे सकते हैं। उक्त बैठक में कांग्रेस का कोई नेता शामिल नहीं हुआ था। ऐसी अटकलें थीं कि बैठक का एजेंडा संभावित गठबंधन पर चर्चा करना था, जो भाजपा का विकल्प बन सके।

पवार ने कहा, अभी दिल्ली की सीमाओं पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन राजनीतिक नहीं है, हालांकि हमने सोचा कि चूंकि यह कृषि से संबंधित है तो हम उन्हें किस तरीके से समर्थन दे सकते हैं। इसका उद्देश्य एक साथ आकर यह विचार-विमर्श करना था कि हम संसद में मुद्दे को उठाकर और केंद्र को सुझाव देकर किसानों की किस तरह मदद कर सकते हैं।
ALSO READ: Corona के हर वैरिएंट पर कारगर है इंडियन वैक्सीन, Delta Plus पर परीक्षण जारी
राकांपा प्रमुख ने बताया कि यह सोचा गया कि श्वेत पत्र लाया जाए और कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को केंद्र सरकार के समक्ष रखा जाए। जब उनसे पूछा गया कि भाजपा के खिलाफ भविष्य में बनने वाले किसी भी गठबंधन का क्या स्वरूप होगा और उसमें कांग्रेस का क्या स्थान होगा तो इस पर पवार ने कहा, इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। हालांकि मेरा विचार है कि यदि कोई वैकल्पिक गठबंधन बनता है, तो कांग्रेस को साथ लेना होगा। मैंने बैठक में भी यही बात कही।
ALSO READ: महाराष्ट्र के रत्नागिरी में Delta Plus से पहली मौत
ऐसा गठबंधन, जिसका कि कांग्रेस हिस्सा होगी, उसके प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने दोहराया कि इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। पवार ने कहा, लेकिन मेरा विचार है कि नेतृत्व सामूहिक होना चाहिए। इसे ध्यान में रखते हुए ही हमें आगे बढ़ना होगा।
ALSO READ: कोरोना इलाज में खर्च करने वालों को मिलेगी टैक्स में छूट
ऐसे गठबंधन की अगुवाई उनके द्वारा किए जाने की चर्चाओं के बारे में पवार ने कहा, शरद पवार कई वर्षों से यह करते आए हैं लेकिन अब मेरी भूमिका मदद करने की, मार्गदर्शन देने और सभी को एकजुट रखने के लिए प्रयास करने की होगी। जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक और वहां चुनाव कराने की चर्चा के बारे में पवार ने कहा कि वह इस कदम का स्वागत करते हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Reels पर तकरार, क्यों लोगों में बढ़ रहा है हर जगह वीडियो बनाने का बुखार?

क्या है 3F का संकट, ऐसा कहकर किस पर निशाना साधा विदेश मंत्री जयशंकर ने

कौन हैं स्‍वाति मालीवाल, कैसे आप पार्टी के लिए बनी मुसीबत, पिता पर लगाए थे यौन शौषण के आरोप?

रायबरेली में सोनिया गांधी की भावुक अपील, आपको अपना बेटा सौंप रही हूं

कांग्रेस, सपा सत्ता में आई तो राम मंदिर पर बुलडोजर चलाएंगी

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

Lok Sabha Elections 2024 : दिल्ली की जनसभा में क्यों भावुक हो गए PM मोदी, देश की 140 करोड़ जनता को बताया अपना वारिस

पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने कांग्रेस में की वापसी

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

दिग्विजय ने 400 पार के नारे पर उठाए सवाल, भाजपा पर लगाया संविधान बदलने का आरोप

अगला लेख