वरिष्ठ भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने क्रांतिकारी भगत सिंह से कांग्रेस के किसी नेता के नहीं मिलने के जिक्र पर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके भाषण में सच्चाई नहीं है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट करते हुए लिखा, '1. डियर सर, आपने कहा कि कोई कांग्रेस नेता भगत सिंह से मिलने नहीं गया, लेकिन सच्चाई यह है कि जवाहरलाल नेहरू 9 अगस्त 1929 को भगत सिंह से जेल में मिले थे।
2. आपने दो बार 2013 और 2017 में कहा कि तक्षशिला बिहार में है। सच्चाई यह है कि तक्षशिला पाकिस्तान में है, जबकि नालंदा बिहार में...'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री ने कहा कि नेहरू ने 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के नायक जनरल करिअप्पा को अपमानित किया था, लेकिन हकीकत यह है कि जनरल करिअप्पा भारत-चीन युद्ध शुरू होने से 9 साल पहले 1953 में ही रिटायर हो गए थे। उन्हें 14 जनवरी 1986 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 'फील्ड मार्शल' की उपाधि से नवाजा था।'
उन्होंने कहा कि नामदार, कामदार, दामदार या औसत रूप से समझदार कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सकता है। अगर उसके पास संख्याबल और समर्थन है। हम इस पर इतना हो-हल्ला क्यों मचा रहे हैं। वैसे भी यह उनका अंदरूनी मामला है और कोई भी बहुमत हासिल करने के बाद ही पीएम बन सकता है।
उन्होंने ट्वीट किया कि पिछले कुछ सालों में हमारे देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता परिपक्व हुए हैं। उनके कुछ प्रासंगिक सवालों का उत्तर देने के बजाय मजाक बनाया जा रहा है। नीरव, ललित, माल्या, बैंक, रफ़ाल डील और भी बहुत सी।