मध्यप्रदेश में SIR के कारण कर्मचारियों पर प्रेशर बढ गया है। नतीजा यह हुआ है कि काम के दबाव में दो BLO की मौत हो गई है, जबकि एक बीएलओ करीब एक हफ्ते से गायब है। उसका कहीं पता नहीं चल रहा है।
मामले में दोनों बीएलओ के मौत के पीछे की वजह उनका बीमार होना बताया गया है। फिलहाल उनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। घरवालों ने आरोप लगाया है कि इन पर काम का दबाव ज्यादा था।
क्या है पूरा मामला : मध्य प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के लिए वोटर लिस्ट सर्वे करने वाले दो लोगों की मौत हो गई। ये टीचर-कम-बूथ लेवल ऑफिसर थे जिनकी मौत रायसेन और दमोह जिलों में बीमारी की वजह हो गई। लेकिन, मरने वाले टीचर-कम-BLO के घरवालों और दोस्तों के मुताबिक, इनके मौत की वजह काम का ज्यादा बोझ है। उन्होंने कहा कि उन पर गिनती के टारगेट पूरा करने का दबाव था।
कहां गायब हुआ बीएलओ : शुक्रवार देर रात मरने वाले दो BLO की पहचान रमाकांत पांडे और सीताराम गोंड के तौर पर हुई है। वे एक के बाद एक रायसेन और दमोह ज़िलों में पोस्टेड थे। इस मामले के अलावा, अधिकारियों ने बताया कि रायसेन जिले में एक BLO पिछले 6 दिन से लापता है। वो कहां और किस हालत में उसे खोजने की कोशिश की जा रही है।
पीएम रिपोर्ट से होगा खुलासा : विधानसभा क्षेत्र के सब-डिविजनल ऑफिसर और इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर, चंद्रशेखर श्रीवास्तव ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सतलापुर इलाके के टीचर रमाकांत पांडे मंडीदीप में वोटर लिस्ट रिवीजन ड्राइव पर काम कर रहे थे। शुक्रवार देर रात किसी बीमारी की वजह से उनकी मौत हो गई। उनके मौत की सही वजह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं।
कौन हैं लापता बीएलओ : चंद्रशेखर श्रीवास्तव कहा कि लापता BLO, भव्य सिटी में रहने वाले टीचर नारायण दास सोनी हैं। वह बिना किसी को बताए घर से निकले छह दिनों से लापता हैं। पुलिस और सोनी के परिवार वाले उनकी तलाश कर रहे हैं। इस बीच, मृतक पांडे की पत्नी रेखा और परिवार के दूसरे सदस्यों ने अधिकारियों को बताया कि वह टीलाखेड़ी के प्राइमरी स्कूल में पोस्टेड थे और उन्हें वोटर लिस्ट की ड्यूटी दी गई थी। उन्होंने दावा किया कि उनके पति पर काम का बहुत बोझ था। इस वजह से उन्हें हर रात असाइनमेंट पूरा करने के लिए ज़्यादा घंटे काम करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि पांडे को डेडलाइन पूरी करने के लिए फ़ोन पर लगातार निर्देश मिलते थे।
Edited By: Navin Rangiyal