कुछ धार्मिक नेता कर रहे हैं सांप्रदायिक दुश्मनी भड़काने की कोशिश, CM ममता ने साधा केन्द्र पर निशाना

राज्यपाल बोस ने पश्चिम बंगाल की स्थिति पर भेजी गृह मंत्रालय को रिपोर्ट, अनुच्छेद 356 का भी उल्लेख

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 5 मई 2025 (15:17 IST)
Chief Minister Mamata Banerjee on Murshidabad visit: पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में कहा कि कुछ बाहरी लोग तथा कुछ धार्मिक नेता समुदायों के बीच हिंसा और दुश्मनी भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे पश्चिम बंगाल के दुश्मन हैं। परोक्ष रूप से भाजपा और केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि जब आप कुर्सी पर होते हैं, तो लोगों को धार्मिक आधार पर नहीं बांट सकते। 
 
पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने मुर्शिदाबाद दंगा पीड़ित परिवारों को मुझसे मिलने से रोकने के लिए उन्हें दूसरी जगहों पर भेज दिया। भाजपा नीत केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के बजाय, हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।  ALSO READ: पश्चिम बंगाल में कैसे चुनौती बन रहा है कट्टरपंथ, राज्यपाल ने मुर्शिदाबाद दंगों को लेकर गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट, क्या दिए सुझाव
 
राज्यपाल की रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं : बनर्जी ने कहा कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थिति स्थिर हो गई है। बनर्जी ने साथ ही कहा कि दंगों पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस की ओर से गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बनर्जी ने कहा कि उन्हें इसके साथ ही राज्य में अनुच्छेद 356 के संभावित क्रियान्वयन के बारे में राज्यपाल द्वारा उल्लेख किए जाने के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि मैं मुर्शिदाबाद पहले भी जा सकती थी, लेकिन अगर वहां शांति और स्थिरता नहीं है, तो हमें वहां जाकर व्यवधान नहीं डालना चाहिए। मुर्शिदाबाद में स्थिरता बहुत पहले ही लौट आई है। बनर्जी ने कहा कि मंगलवार को मैं हिंसा प्रभावित धुलियान का दौरा करूंगी और उन लोगों को मुआवजा दूंगी जिनके घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ALSO READ: Murshidabad Violence : मुर्शिदाबाद दंगों में कितने घर हुए तबाह, सर्वे रिपोर्ट में हुआ खुलासा, सरकार ने बनाया यह प्‍लान
 
क्या है राज्यपाल की रिपोर्ट में : बोस ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल में हुए दंगों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि कट्टरपंथ और उग्रवाद की दोहरी समस्या राज्य के लिए गंभीर चुनौती बन गई है। बोस ने अपनी रिपोर्ट में कई उपाय सुझाए हैं, जिनमें एक जांच आयोग का गठन और बांग्लादेश की सीमा से लगे जिलों में केंद्रीय बलों की चौकियां स्थापित करना शामिल है। इसके अलावा उन्होंने लिखा कि यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत प्रावधान भी विकल्प बने रहेंगे। संविधान के अनुच्छेद 356 के लागू होने का मतलब राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना है।
 
इस हिंसा में एक व्यक्ति और उसके बेटे सहित कम से कम तीन लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। यह दंगा वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के बीच हुआ था। रिपोर्ट में राज्यपाल ने यह भी दावा किया कि दंगे 'पूर्वनियोजित' प्रतीत होते हैं और राज्य सरकार मुर्शिदाबाद में कानून और व्यवस्था के लिए आसन्न खतरे से अवगत थी। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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