CWC की बैठक के बाद सोनिया गांधी ने चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं से की मुलाकात

Webdunia
मंगलवार, 25 अगस्त 2020 (00:11 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) में सोनिया गांधी को संगठन स्तर पर सुधार करने के लिए लिखी गई चिट्ठी पर हुई बहस के बाद पत्र लिखने वाले कपिल सिब्बल, शशि थरूर सहित कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने सोमवार शाम को गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक की। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस बैठक में मुकुल वासनिक और मनीष तिवारी के साथ-साथ पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले कुछ अन्य नेता भी शामिल हुए।

उन्होंने बताया कि नेताओं ने सीडब्ल्यूसी में पारित प्रस्ताव पर चर्चा की जिसमें सोनिया गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का सत्र होने तक अंतरिम अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाने और पार्टी के समक्ष आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए संगठन स्तर पर जरूरी बदलाव करने के लिए अधिकृत किया गया है।

सूत्रों ने बताया कि कोई भी नेता अपने विचार को लेकर टिप्पणी करने पर सहमत नहीं हुआ। यह बैठक सीडल्ब्यूसी की बैठक खत्म होने के कुछ देर बाद हुई। पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले 23 नेताओं में कुछ ही सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं।

गौरतलब है कि 7 घंटे तक चली पार्टी की निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का हाथ हरसंभव तरीके से मजबूत करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही यह स्पष्ट किया गया कि किसी को भी पार्टी नेतृत्व को कमजोर करने या कमतर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

गौरतलब है कि पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, पीजे कुरियन, रेणुका चौधरी, मिलिंद देवड़ा और अजय सिंह शामिल हैं।

इनके अलावा सांसद विवेक तन्खा, सीडब्ल्यूसी सदस्य मुकुल वासनिक और जितिन प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राजेंद्र कौर भट्ठल, एम. वीरप्पा मोइली और पृथ्वीराज चव्हाण ने भी पत्र पर दस्तखत किए हैं।

उत्तरप्रदेश प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष राज बब्बर, दिल्ली पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, हिमाचल प्रदेश पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर, बिहार अभियान के मौजूदा अध्यक्ष अखिलेश सिंह, हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष योगनंद शास्त्री, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के हस्ताक्षर भी पत्र पर है।

आजादी के बाद 13 अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर के : कांग्रेस में नेतृत्व संकट गहरा होने के बीच विशेषज्ञों ने सोमवार को कहा कि सैद्धांतिक रूप से गांधी-नेहरू परिवार के बाहर से कोई अध्यक्ष बन सकता है लेकिन व्यावहारिक रूप से नहीं। पार्टी का इतिहास दर्शाता है कि स्वतंत्रता के बाद से गांधी-नेहरू परिवार के बाहर कम से कम 13 अध्यक्ष हुए हैं जबकि परिवार से केवल 5 अध्यक्ष हुए हैं।

बहरहाल, परिवार के सदस्य बाहर के नेताओं की तुलना में ज्यादा लंबे समय तक अध्यक्ष रहे। स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी अलग-अलग समय पर कुल मिलाकर 40 वर्ष पार्टी के अध्यक्ष रहे।
गांधी-नेहरू परिवार के बाहर जो नेता पार्टी के अध्यक्ष रहे उनमें जेबी कृपलानी, बी. पट्टाभि सीतारमैया, पुरुषोत्तम दास टंडन, यूएन धेबर, एन.संजीव रेड्डी, के. कामराज, एस. निजलिंगप्पा, जगजीवन राम, शंकरदयाल शर्मा, डीके बरूआ, केबी रेड्डी, पीवी नरसिंहराव और सीताराम केसरी शामिल हैं। (एजेंसियां)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

निमिषा प्रिया को बचाने के लिए क्या कर रही है भारत सरकार, विदेश मंत्रालय ने दी पूरी जानकारी

Donald Trump की धमकी, रूस से सस्ता तेल, क्या करेगी भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्री बोले- प्लान तैयार

7 महीने में 24 हजार लोगों को काटा, अब भी 30 हजार से ज्‍यादा कुत्‍तों की नहीं हुई नसबंदी, कहां सो रहा निगम प्रशासन

सभी देखें

नवीनतम

AI प्लेन क्रैश पर AAIB का बड़ा बयान, असली वजह बताएंगे, जांच अभी जारी है

बिहार में आकाशीय बिजली का कहर, 24 घंटे में 19 लोगों की मौत

Ballistic Missiles : ओडिशा में पृथ्वी-II और अग्नि-1 मिसाइलों का सफल परीक्षण, जानिए घातक मिसाइलों की खूबियां

भ्रष्टाचार के खिलाफ CM पुष्कर सिंह धामी का कड़ा एक्शन, पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता हल्द्वानी निलंबित

एयर होस्टेस की पढ़ाई करने वाली युवती को फंसाया, धर्मांतरण के आरोपी छांगुर बाबा का मेरठ कनेक्शन, मानसिक-शारीरिक शोषण की पूरी कहानी

अगला लेख