डाक टिकट विवाद पर यह बोली मोदी सरकार...

Webdunia
बुधवार, 16 सितम्बर 2015 (18:34 IST)
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पर जारी किए गए डाक टिकट बंद किए जाने के फैसले को लेकर आज विवाद शुरू हो गया और सरकार ने कहा कि सिर्फ एक ही परिवार को यह सम्मान नहीं मिल सकता। वहीं कांग्रेस ने इस कदम को इतिहास का अपमान बताते हुए माफी मांगे जाने की मांग की।
 
इस कदम का बचाव करते हुए संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि एक सलाहकार समिति ने अंतर्देशीय पत्रों पर इंदिरा गांधी की तस्वीर के स्थान पर योग की तस्वीर लगाने का सुझाव दिया है। लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
 
प्रसाद ने कहा कि डाक टिकट संबंधी एक सलाहकार समिति के सुझाव पर श्यामा प्रसाद मुखजी, दीन दयाल उपाध्याय, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, शिवाजी, मौलाना आजाद, भगत सिंह, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, विवेकानंद और महाराणा प्रताप के सम्मान में डाक टिकटों की निर्धारित श्रंखला जारी करने का फैसला किया गया है।
 
उन्होंने कहा कि निर्धारित डाक टिकट श्रंखला में, (अब तक) जोर एक ही परिवार पर था..हालांकि अन्य नाम भी थे। महात्मा गांधी थे, मौलाना आजाद थे। डॉ. अंबेडकर थे। डॉ. भाभा थे। मंत्री ने कहा कि नई श्रंखला समावेशी है जिसमें जवाहरलाल नेहरू सहित स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख लोगों के योगदान को शामिल करने पर जोर दिया गया है। (भाषा)
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