नई दिल्ली। आज सोमवार को देश में बैंक के 10 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं। ऐसे में भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य बैंकों के ग्राहकों को सूचित किया गया है कि यदि बैंक की हड़ताल होती है तो कार्यालयों और शाखाओं में सामान्य कामकाज प्रभावित रहेगा। इस दौरान कैश जमा, निकासी, चेक क्लीयरेंस और ऋण स्वीकृति जैसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। अगर आपने बैंकों के पेंडिंग पड़े कामों को नहीं निपटाया है तो आपको 17 मार्च तक इंतजार करना होगा।
यह हड़ताल यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) द्वारा बुलाया गया है। बैंकों के निजीकरण के विरोध में सरकारी बैंक के कर्मचारियों द्वारा 2 दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया गया है। 15 और 16 मार्च को बैंक कर्मचारियों की प्रस्तावित हड़ताल है। कर्मचारियों की मांग है कि सरकारी बैंकों को निजी हाथों में न सौंपा जाए। इससे कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ सकती है।
सरकार का इस बाबत कहना है कि कुछ सरकारी संस्थानों को चलाने के लिए इन बैंकों का निजीकरण करना बेहद आवश्यक है। अगर कुछ संस्थानों का निजीकरण नहीं किया गया तो वहां के कर्मचारियों की सैलरी भी निकाल पाना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में बेहतर है कि इन संस्थानों को निजी हाथों में सौंप दिया जाए ताकि कर्मचारियों की नौकरी चलती रहे। सरकार का दावा है कि निजीकरण के बाद किसी भी कर्मचारी के नौकरी पर असर नहीं पड़ने वाला है।