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‘व्‍ह‍िस्‍की के शौकीन’ 21 करोड़ के ‘सुल्‍तान’ की मौत के बाद पूरा हरियाणा सदमे में, मालिक का है रो-रोकर बुरा हाल

हमें फॉलो करें ‘व्‍ह‍िस्‍की के शौकीन’ 21 करोड़ के ‘सुल्‍तान’ की मौत के बाद पूरा हरियाणा सदमे में, मालिक का है रो-रोकर बुरा हाल
, गुरुवार, 30 सितम्बर 2021 (16:14 IST)
  • 21 करोड़ कीमत लगने के बाद भी नहीं बेचा, बेटे की तरह पाला था सुल्‍तान को
  • पूरे देश में थी सुल्तान के सीमन की डि‍मांड, इसी से होती थी मालिक को लाखों की कमाई
  • कई प्रतियोगि‍ताओं को अपने नाम कर चुके सुल्‍तान की रोज की डाइट थी 2 हजार से ज्‍यादा की
वो 20 किलो गाजर खाता था, 10 किलो अनाज, 10 किलो दूध, 15 किलो सेब और 10 किलो हरे पत्ते रोज खाता था। इतना ही नहीं, वो व्‍ह‍िस्‍की का भी शौकीन था।

उसे अपने मालिक के साथ ही पूरा हरियाणा प्‍यार करता था। आलम यह था कि मालिक उसे अपने बेटे की तरह रखता था और बदले में सुल्‍तान भी अपने मालिक के परिवार को लाखों रुपए कमा कर देता था। लेकिन सुल्‍तान अब इस दुनिया में नहीं रहा और इसी वजह से उसके मालिक का रो-रोकर बुरा हाल है। वो उसे भूल ही नहीं पा रहा है। बस उसकी तस्‍वीर देखकर आंसू बहाता रहता है।

दरअसल, यह कहानी है सुल्‍तान नाम के एक भैंसे की। हाल ही में दिल का दौरा पड़ने से सुल्‍तान की मौत हो गई। सुल्‍तान करीब 21 करोड़ रुपए का था।

हरियाणा के कैथल के बूढ़ाखेड़ा गांव में नरेश बेनीवाल ने सुल्‍तान को पाला था। वे उसे अपने बच्‍चे की तरह रखते थे और परिवार का हिस्सा मानते थे। लेकिन 14 साल के सुल्तान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जिसके बाद उनके घर में मातम सा छा गया। ठीक उसी तरह जैसे किसी इंसान के मरने पर होती है।
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दरअसल, सुल्‍तान ने इस परिवार को हर साल करीब 10 लाख रुपए की कमाई होती थी। सुल्तान के मालिक के मुताबिक, हरियाणा के साथ-साथ पूरे देश में सुल्तान के ‘सीमन’ की डि‍मांड थी। सुल्तान के सीमन से हर साल उन्हें लाखों रुपयों की कमाई होती थी। सुल्तान के सीमन की एक डोज की कीमत 306 रुपए थी। ऐसे में वह हर साल करीब 30 हजार सीमन की डोज देता था। यहां तक कि हिसार में रिसर्च सेंटर में आने वाले किसान भी सुल्तान के सीमन की डिमांड करते थे, जिससे वे फिर से सुल्तान जैसा ही भैंसा पैदा कर सकें।

सुल्तान न सिर्फ हरियाणा और पंजाब बल्कि देशभर के पशु मेले में भी सुर्खियों में रहता था। उसकी खूबसूरती के भी चर्चे थे। अपनी खूबसूरत काया के चलते ही सुल्तान ने साल 2013 में राष्ट्रीय पशु सुंदर प्रतियोगिता में राष्ट्रीय अवार्ड अपने नाम किया था। सुल्तान झज्जर, हिसार और करनाल से खिताब जीत चुका है।

20 किलो गाजर, 10 किलो अनाज, 10 किलो दूध, 15 किलो सेब और 10 किलो हरे पत्तों के साथ सुल्‍तान की डाइट रोजाना करीब 2 हजार रुपए की थी। इसके साथ वो व्‍हि‍स्‍की भी पीता था। मालिक रोजाना उसे व्‍ह‍िस्‍की पीने देता था।

राजस्थान के पुष्कर पशु मेले में सुल्तान की कीमत करीब 21 करोड़ से भी ज्यादा लग चुकी थी, लेकिन मालिक नरेश ने कभी भी इसे बेचने के बारे में सोचा भी नहीं।

नरेश का कहना है, सुल्तान के जैसा कोई नहीं था और ना शायद कोई होगा। सुल्तान की वजह से ही हम पहचाने जाते थे। लेकिन अब सुल्तान की मौत हो चुकी है। मौत के बाद नरेश बेहद दुखी है और हमेशा सुल्तान की तस्‍वीर देखकर रोते रहते हैं।
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उनका कहना है कि जब भी सुल्‍तान का खाली खूंटा देखते हैं तो उसकी याद के साथ रोना आ जाता है। जब उनसे पूछा गया कि सुल्तान की कीमत 21 करोड़ रुपए लग जाने के बाद भी उसे बेचा क्यों नहीं तो उन्होंने कहा था कि सुल्तान उनका बेटा है और बेटे की क्‍या रुपयों में कोई कीमत हो सकती है क्‍या, क्‍या बेटे को पैसे के लिए बेचा जा सकता है।

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