सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों के मामले में सुनवाई से किया इंकार, जानिए क्यों

Webdunia
शुक्रवार, 18 नवंबर 2022 (15:36 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने एक महिला की उस याचिका पर सुनवाई करने से शुक्रवार को इंकार कर दिया जिसमें उसने 60 से अधिक आवारा कुत्तों को संरक्षण देने की मांग की थी। महिला काफी समय से इन कुत्तों की देखभाल कर रही है। उच्चतम न्यायालय मध्यप्रदेश की समरिन बानो की उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था।
 
न्यायमूर्ति एम.आर. शाह और न्यायमूर्ति एम.एम. सुंद्रेश की एक पीठ ने याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील से कहा कि वे इस मामले को इसी मुद्दे पर सुनवाई कर रही एक अन्य पीठ के समक्ष उठाएं। पीठ ने कहा कि आवारा कुत्तों को रखने का मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें सड़कों पर ले जाएं, लड़ाई करें और लोगों के जीवन में परेशानी खड़ी करें।
 
पीठ ने अपने आदेश में कहा कि जैसा कि यह बताया गया है कि इसी तरह के मुद्दे पर एक अन्य पीठ सुनवाई कर रही है इसलिए वर्तमान रिट याचिका पर सुनवाई नहीं की जा सकती। उच्चतम न्यायालय मध्यप्रदेश की समरिन बानो की उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था जिसमें दावा किया गया है कि राज्य में आवारा कुत्तों को सुरक्षा प्रदान नहीं की जा रही है।
 
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और उन्होंने उन 67 आवारा कुत्तों के लिए संरक्षण की मांग की थी जिनकी वे काफी समय से देखभाल कर रही हैं।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

EVM के आरोप का कोई सिर-पैर नहीं, INDIA Alliance के दल नहीं एकमत, अभिषेक बनर्जी ने कहा- नहीं हो सकती कोई गड़बड़ी, सबूत दिखाएं

Delhi pollution : दिल्ली-NCR में लागू GRAP-3 की पाबंदियां, डीजल वाहनों और कंस्ट्रक्शन वर्क के साथ किन चीजों पर रहेंगी पाबंदियां

किस बीमारी से हुआ तबला उस्‍ताद जाकिर हुसैन का निधन, क्‍या होता है IPF और कैसे इससे बचें?

फिलिस्तीन लिखा हैंडबैग लेकर संसद पहुंची प्रियंका गांधी

मणिपुर को लेकर कांग्रेस ने साधा मोदी पर निशाना, कहा- हालात का जायजा लेने का समय नहीं

सभी देखें

नवीनतम

रूस में बनेंगे स्लीपर कोच, 2000 करोड़ के प्रोजेक्ट से मिलेगी वंदे भारत ट्रेन परियोजना को रफ्तार

फिलिस्‍तीन लिखे कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के बैग पर क्‍यों मचा सियासी बवाल, क्‍या है प्रियंका की बैग पॉलिटिक्‍स?

भोपाल में ठंड ने तोड़ा 50 साल का रिकॉर्ड, प्रदेश के 20 से अधिक जिले शीतलहर की चपेट में

LIVE: वोटिंग के बाद वन नेशन, वन इलेक्शन बिल लोकसभा में स्वीकार

जेपी नड्‍डा ने राज्यसभा में बताया, क्यों लाया गया वन नेशन, वन इलेक्शन बिल?

अगला लेख