फांसी मौत का सबसे बर्बर तरीका है? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से चर्चा शुरू करने को कहा

Webdunia
बुधवार, 22 मार्च 2023 (00:41 IST)
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि वह इस बात की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने पर विचार कर सकता है कि क्या मौत की सजा पर अमल के लिए फांसी की सजा आनुपातिक और कम दर्दनाक है। इतना ही नहीं, न्यायालय ने मृत्युदंड के तरीके से जुड़े मुद्दों पर ‘बेहतर डेटा’ उपलब्ध कराने का भी केंद्र को निर्देश दिया है।
 
प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने स्पष्ट किया कि यह विधायिका को जघन्य अपराधियों की सजा के एक विशेष तरीके को अपनाने का निर्देश नहीं दे सकता है।
 
खंडपीठ उस जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें मृत्युदंड के लिए फांसी पर लटकाने के मौजूदा तरीके को समाप्त करने की मांग की गई है।
पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम विधायिका को यह नहीं कह सकते कि आप इस तरीके को अपनाएं, लेकिन आप (पीआईएल याचिकाकर्ता) निश्चित रूप से तर्क दे सकते हैं कि कुछ अधिक मानवीय तरीका अपनाया जा सकता है ... घातक इंजेक्शन भी इसका एक तरीका हो सकता है।
 
इसने पैनल के मुद्दे पर कहा कि अगर मौत की सजा देने के वैकल्पिक तरीकों के बारे में भारत या विदेश में कोई डेटा है तो बेहतर होगा कि एक पैनल बनाया जाए, जिसमें राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों, एम्स के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को शामिल किया जा सके।
 
पीठ ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि से फांसी से मौत के प्रभाव, उससे होने वाले दर्द और ऐसी मौत होने में लगने वाली अवधि तथा ऐसी फांसी को प्रभावी करने के लिए संसाधनों की उपलब्धता के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने को कहा।
 
पीठ ने पूछा कि क्या विज्ञान यह सुझाव दे रहा है कि फांसी की सजा अब भी "सबसे अच्छी विधि है’ या क्या कोई और तरीका है जो मानवीय गरिमा बनाए रखने के लिए अधिक उपयुक्त है। पीठ ने जनहित याचिका को आगे की सुनवाई के लिए मई में स्थगित कर दिया। वकील ऋषि मल्होत्रा ने 2017 में एक जनहित याचिका दायर की थी। भाषा

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

WhatsApp, Telegram और Snapchat पर देती थी खुफिया जानकारी, पाकिस्तान के लिए जासूस बनी ज्योति मल्होत्रा के बारे में खौफनाक खुलासे

सैन्य कार्रवाई की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना अपराध : राहुल गांधी

Pakistan पर बोले RSS चीफ मोहन भागवत, जो दुस्साहस करेगा, भारत उसे सबक सिखाएगा

कौन हैं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य, राम जन्मभूमि फैसले में निभाई निर्णायक भूमिका

शहबाज शरीफ के जहरीले बोल, कहा- करारा जवाब देंगे, पाक सेना ने रचा इतिहास

सभी देखें

नवीनतम

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

बांग्लादेश को भारत ने दिया जोर का झटका, इन वस्तुओं के आयात पर लगाया प्रतिबंध

UP : बिजली के तारों में फंसा बिजली विभाग का लाइनमैन, फायर ब्रिगेड ने हाइड्रोलिक प्लेटफार्म से नीचे उतारा

असदुद्दीन ओवैसी ने मंत्री विजय शाह पर साधा निशाना, बोले- आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए

शक्ति हो तो प्रेम की भाषा भी सुनती है दुनिया : मोहन भागवत

अगला लेख