चेन्नई। नोबेल शांति पुरस्कारों के लिए अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम सुर्खियों में था। अमेरिका में ट्रंप के समर्थकों ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन को बातचीत की मेज तक लाने में उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण करार देते हुए उन्हें 2019 के लिए शांति का नोबेल पुरस्कार देने की वकालत की है। अब भारत में भी एक कदम आगे बढ़ाते हुए एक भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए नामित कर दिया है। उन्होंने इसके लिए विदेशों से सहयोग भी मांगा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 2019 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने वाली भाजपा नेता तमिलनाडु की पार्टी की अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदराजन हैं। सौंदराजन ने 'प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना-आयुष्यमान भारत' के लिए उन्हें नॉमिनेट किया है। अपनी इस मुहिम में सौंदराजन ने अन्य लोगों से भी समर्थन मांगा है।
सौंदराजन ने 'आयुष्मान भारत' योजना को गरीबों, वंचित वर्ग के लाखों लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन लाने वाला करार देते हुए इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता को दिया। सौंदराजन ने यह भी कहा कि देश में गरीबी का एक बड़ा कारण हेल्थकेयर पर होने वाला खर्च भी है, लेकिन इस योजना से लाखों लोग लाभान्वित होंगे और उनकी जेब पर भी अपेक्षाकृत कम भार पड़ेगा।
सौंदराजन ने 2019 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नामित करने के लिए भारत तथा विदेशों में भी समर्थन मांगा है। सौंदराजन ने जारी बयान में कहा कि 'नामांकन प्रक्रिया हर साल सितंबर में शुरू होती है। नोबेल शांति पुरस्कार 2019 के लिए नॉमिनेशन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2019 है। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, संसद सदस्य और अन्य लोग हमारे प्रधानमंत्री मोदी को इसके लिए नामित कर सकते हैं।
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