36 घंटों के बाद मिला तीसरे आतंकी का शव

सुरेश एस डुग्गर
सोमवार, 1 जनवरी 2018 (19:46 IST)
जम्मू। पुलवामा में केरिपुब ट्रेनिंग कैंप पर हमले में शामिल तीसरे आतंकी का शव भी बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या आठ होने के साथ ही 36 घंटों तक चले इस हमले ने सुरक्षाधिकारियों के पांव तले से जमीन खिसका दी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक तो 2003 के बाद आतंकी गुटों ने स्थानीय आतंकियों को फिदायीन के तौर पर इस्तेमाल किया है तो दूसरा अलकायदा की तर्ज पर हमलावर आतंकियों ने हमले से पहले वीडियो जारी कर कश्मीर में आतंकवाद को एक नई दिशा दे दी है।
 
इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है और इस हमले को अंजाम देने के लिए इन आतंकियों में एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा भी था, जोकि जैश-ए- मोहम्मद में शामिल हो गया था। उसने हमले से पहले एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें वो युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होने के लिए बढ़ावा दे रहा है।
 
जैश के फिदायीन आतंकी कड़ाके की ठंड के बीच रविवार रात दो बजकर 10 मिनट पर कैंप में घुसे थे। आतंकियों ने पहले यहां ग्रेनेड से हमला किया और इसके बाद अंधाधुंध फायिरंग शुरू कर दी। सीआरपीएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई की तो आतंकी कैंप में बनी एक इमारत में घुस गए। जहां आतंकी छुपे हुए थे, वो वो चार मंजिला इमारत है। बताया जा रहा है कि आतंकी बिल्डिंग के चौथे माले पर मौजूद थे और यहीं से फायरिंग कर रहे थे। इस बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है, जहां कंट्रोल रूम भी है। ये भी जानकारी मिली है कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस कैंप पर फिदायीन हमले की स्पेसिफिक चेतावनी दी थी।
 
रविवार को अंधेरा होने के बाद से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन को रोक दिया था जो सोमवार सुबह दोबारा शुरू किया गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल एक-एक इमारत की चेकिंग कर रहे थे। इस सर्च ऑपरेशन के दौरान तीसरे आतंकी का शव मिला। आतंकी हमले में शामिल एक आतंकी पुलिसकर्मी का 16 साल का बेटा भी था, जो कुछ महीने पहले ही जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। कैंप पर हमले से पहले उसने एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड किया। इस वीडियो में वह सीआरपीएफ के शिविर पर हमले की योजना बना रहा है।

ये वीडियो कश्मीर घाटी में व्हाट्स एप और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। आठ मिनट के इस वीडियो में ये आतंकी युवाओं से अपील कर रहा है कि वह जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हों। आतंकी कह रहा है कि अल्लाह ने चाहा, जब यह सन्देश आपके पास पहुंचेगा मैं पहले ही स्वर्ग में अपने प्रभु का अतिथि हो चुका होंगा।
 
अधिकारी ने बताया कि ये पहली बार है कि जब किसी फिदायीन या आत्मघाती हमलावर ने हमले से पहले संदेश रिकॉर्ड किया है। सुरक्षाबल इस वीडियो का विश्लेषण कर रहे हैं। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हां, यह गंभीर चिंता का कारण है। ऐसे समय में जब हम स्थानीय युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं और कई लोग पहले ही आतंकवाद को छोड़ चुके हैं और अपने परिवारों के पास वापस लौट रहे हैं। ऐसे में यह निश्चित रूप से अच्छा संकेत नहीं है।
 
पुलवामा के में फिदायीन हमले के बाद जम्मू में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। जम्मू में 2 जनवरी से विधानसभा सत्र और उसके बाद गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा तैयारियों के बीच हुए इस हमले ने सेना और सुरक्षाबलो की चिंता बढ़ा दी है। पिछले दिनो सुरक्षा को लेकर संयुक्त बैठक भी हुई थी। इसमे भी सबको अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए थे।
 
लैथपोरा मे फिदायीन हमले में केरिपुब कर्मियो के शहीद होने के बाद रविवार को केरिपुब कश्मीर के आइजी रवि दीप साही ने श्रीनगर में दावा किया है कि आतंकी इस प्रकार के हमले अन्य केद्रों पर भी कर सकते हैं।
 
ऐसे मे रविवार को सेना, राज्य पुलिस, सीमा सुरक्षा बल व केरिपुब ने अपने स्तर पर बैठके कर सुरक्षा को और पुख्ता करने की दिशा में कार्रवाई की। सुरक्षा संस्थानो के मुख्य द्वारो पर तैनाती बढ़ाने के साथ सुरक्षा प्रबंधों  को और पुख्ता बनाया गया है।

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