कश्मीर में मुश्किलों का सबब बन सकता है आतंकी संगठनों का गठजोड़

सुरेश एस डुग्गर
जम्मू। चार घंटों में सात आतंकी हमलों को अंजाम किसी एक संगठन ने नहीं बल्कि हिज्ब, अल-उमर तथा जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों ने मिलकर ये हमले किए हैं। आतंकी संगठनों का यह गठजोड़ सुरक्षाबलों के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है। 
 
कश्मीर घाटी में मंगलवार को हुए सात आतंकी हमलों की जिम्मेदारी बुधवार को हिज्ब, अल-उमर व जैश-ए-मोहम्मद के गठजोड़ ने ली। अल-उमर के चीफ कमांडर मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लटरम ने पाक कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफफराबाद से जारी एक बयान में कहा कि मंगलवार को त्राल, पुलवामा, अनंतनाग, अवंतीपोरा और उससे एक दिन पहले श्रीनगर के सर्राफकदल में हुए आतंकी हमलों को जैश व अल उमर के लोगों ने मिलकर अंजाम दिया है।
 
लटरम ने अपने बयान में आने वाले दिनों में कश्मीर के भीतर अल-उमर व जैश की गतिविधियां तेज करने व सुरक्षाबलों पर और ऐसे हमलों की धमकी देते हुए कहा कि कश्मीर में दहन्दुस्तानी फौज के आखिरी सिपाही की मौजूदगी तक हमारे हमले जारी रहेंगे। 
 
कंधार विमान अपहरण कांड के दौरान जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर संग रिहा किए गए मुश्ताक लटरम ने कहा कि कश्मीर समस्या के हल के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को लागू किया जाए और जब तक हिन्दुस्तान इन सिफारिशों पर अमल नहीं करता, कश्मीर मुददे पर कोई भी बातचीत व्यर्थ है।
 
दक्षिण कश्मीर में गत मंगलवार को आतंकियों द्वारा ताबड़तोड़ किए गए छह हमलों के बाद बुधवार को पूरी वादी में जहां सुरक्षाबल पूरी तरह अलर्ट नजर आए, वहीं राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने हालात के पूरी तरह नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि इत्मिनान रखिए, श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा एक शांत, सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में ही संपन्न होगी।
  
अलबत्ता, उन्होंने मंगलवार की रात को ग्रेनेड हमलों के लिए जैश-ए-मुहम्मद को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बेशक हिज्ब ने दो हमलों की जिम्मेदारी ली है, लेकिन हमारे तंत्र के मुताबिक, यह हमले जैश-ए-मुहम्मद ने किए हैं।
 
राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने बुधवार सुबह इन हमलों के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि बेशक दक्षिण कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन का एक व्यापक नेटवर्क है, लेकिन यह हमले जैश-ए-मुहम्मद ने ही किए हैं। हिज्ब ने भी जिम्मेदारी ली है। लेकिन हमारे खुफिया तंत्र ने जांच के दौरान पता लगाया है कि जैश ने गत रोज हमले किए थे।
 
उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पाक रमजान के महीने में आतंकियों ने हमले किए हों, वह पहले भी इस महीने के दौरान अपनी हिंसक कार्रवाइयों में तेजी लाते हैं, लेकिन यह अफसोस की बात है कि पाक रमजान के दौरान, जो इबादत और बरकतों का महीना है, आतंकी मासूमों का खून बहाने में लगे हैं।
 
इन हमलों से अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा पर असर के बारे में पूछे जाने पर वैद ने कहा कि अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा एक शांत, सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त किया गया गया है। इत्मिनान रखिए, श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत यात्रा के दौरान नहीं होगी।
 
दक्षिण कश्मीर में आतंकी हिंसा में तेजी के कारणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तरी कश्मीर में विदेशी आतंकी ज्यादा हैं, जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकी ज्यादा हैं। इसलिए दक्षिण कश्मीर में ज्यादा वारदातें हो रही हैं। लेकिन जल्द ही हालात पूरी तरह सामान्य बना लिए जाएंगे।
 
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